देहरादून
पहल: सड़कों पर कमर की झटकन से मिलेगी राहत, सरकार यह कर रही कार्रवाई, पढ़िए…
देहरादूनः सड़को पर बने स्पीड ब्रेकर के झटके लोगों को कमर दर्द का मरीज बना रहे हैं। सर्वाइकल की बीमारी की जड़ बन रहे हैं। रात में ये ब्रेकर सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं और हर समय बड़े हादसे का खतरा रहता है। अब सरकार राजधानी में इन स्पीड ब्रकेरों के झटकों से राहत देने वाली है। जी हां राजधानी की प्रमुख सड़कों से स्पीड ब्रकेर हटाने का काम शुरू हो गया है। योजना के तहत पहले दिन राष्ट्रीय राजमार्ग (हरिद्वार-देहरादून रोड के विभिन्न भाग) के स्पीड ब्रेकर उखाड़ने का काम शुरू किया गया।जिससे लोगों को कमर दर्द और हादसों से राहत मिलने की उम्मीद है।
बता दें कि मुख्य सचीव के आदेश पर राजधानी की मुख्य सड़को से स्पीड ब्रेकर हटाने की कवायद शुरू की गई है। देहरादून में राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर शहर की अन्य प्रमुख सड़कों पर अब किसी भी तरह के स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए जाएंगे। कालोनियों में जरूर रंबल स्ट्रिप्स बनाने की छूट दी जाएगी और इसके साथ भीतरी क्षेत्रों में बने हंप व बंप स्पीड ब्रेकर भी हटाए जाएंगे। योजना के तहत पहले चरण में हरिद्वार-देहरादून रोड, जोगीवाला, रिस्पना पुल, मोथरोवाला चौक, सरस्वती विहार चौक, कारगी चौक, देहरादून-पांवटा साहिब रोड,जीएमएस रोड, बल्लीवाला फ्लाईओवर से ब्रेकर हटाने का काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि देहरादून में स्पीड ब्रेकरों की भरमार है। प्रतिबंधित एकल प्रकृति के हंप व बंप स्पीड ब्रेकर भी यहां बने हुए है। जो कि सही नहीं है हादसों को न्योता देते है। इतना ही नहीं राजधानी के राजमार्गों पर सुरक्षा के नाम पर जो रंबल स्ट्रिप्स स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं, वह भी इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के विपरीत हैं। खास बात यह है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाव में इस तरह के अटपटे ब्रेकर बना दिए जाते हैं और लोनिवि व अन्य अधिकारी स्वयं ही नियमों का गला घोंट देते हैं। मानकों के विपरीत बनाए गए ये स्पीड ब्रेकर जनता के लिए सिरदर्द बने हुए है। जनता के दर्द को समझते हुए मुख्य सचीव संधु ने स्पीड ब्रेकर हटाने के आदेश देते हुए इस पर काम शुरू कर दिया है। अब जल्द ही जनता को राहत मिलने वाली है।
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