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चीन के विदेश मंत्री और NSA अजीत डोभाल के बीच हुई बातचीत, पहलगाम हमले का हुआ जिक्र
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव पर अब विराम लग गया है। भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का प्रस्ताव रखा गया। भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर को सहमति दे दी। लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन जारी है। हालांकि भारत ने सिंधु जल समझौता पर फिलहाल कोई फैसला नहीं किया है यानी यह संधि अभी स्थगित ही रहेगी। भारत के रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी सेनाएं तैयार हैं। भारत ने यह भी कहा है कि किसी भी आतंकी घटना को युद्ध माना जाएगा। इधर पीएम मोदी ने दिल्ली में तीनों सेना प्रमुख सीडीएस के साथ अहम बैठक की।
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, “डोभाल ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले में कई भारतीय पर्यटकों की जान गई और भारत को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई करने की जरूरत है। युद्ध भारत की पसंद नहीं है और यह किसी भी पक्ष के हित में नहीं है। भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम के लिए प्रतिबद्ध होंगे और जल्द से जल्द क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बहाल करने की उम्मीद करेंगे।”
वांग यी ने कहा कि चीन पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करता है और आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है। वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय स्थिति अशांत और आपस में जुड़ी हुई है। एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता को हासिल करना मुश्किल है और इसे संजोकर रखना चाहिए। भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें दूर नहीं किया जा सकता है और दोनों चीन के पड़ोसी हैं। चीन आपके इस कथन की सराहना करता है कि युद्ध भारत की पसंद नहीं है और ईमानदारी से उम्मीद करता है कि भारत और पाकिस्तान शांत और संयमित रहेंगे, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को ठीक से संभालेंगे और स्थिति को बढ़ने से रोकेंगे।
चीन भारत और पाकिस्तान से परामर्श के माध्यम से एक व्यापक और स्थायी युद्ध विराम हासिल करने का समर्थन करता है और उम्मीद करता है। यह भारत और पाकिस्तान के मौलिक हित में है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भी साझा इच्छा है।

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