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Agneepath Scheme: भारतीय सेना में अब चार साल के लिए भर्ती होंगे युवा, नई भर्ती के ये होंगे नियम…
देहरादूनः भारतीय सेना Indian Army Recruitment में भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए काम की खबर है। सेना में भर्ती में बड़ा बदलाव होने वाला है। जिससे सशस्त्र बलों की आयु प्रोफ़ाइल में काफी कमी आने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ (Agneepath Recruitment Scheme) लाने वाली है जिसके जरिए सेवा में आए सैनिकों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा और इसमें सैनिकों को महज चार साल में ही सेना में नौकरी करने का विकल्प दिया जाएगा। माना जा रहा है कि कैबिनेट इस योजना को इस हफ्ते हरी झंडी दे सकती है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भारत की थल सेना , जल सेना और वायु सेना के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सेना के तीनों अंगों में अभी 1,25,364 रिक्तियां हैं। ऐसे में अग्निपथ प्रवेश योजना से सेना में शामिल हुए अग्निवीरों में टॉप माइंड्स की सेवा बढ़ा दी जाएगी। बाकी के सैनिक मात्र चार वर्ष की नौकरी के बाद सेना से हट जाएंगे और वो सिविल सेक्टर की नौकरियों के लिए किस्मत आजमा सकेंगे।इस योजना के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सैनिकों के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके बाद युवा सिविल सेक्टर की नौकरियों के लिए किस्मत आजमा सकेंगे।
नई भर्ती के लिए क्या होंगे नियम?
क्योंकि इस भर्ती योजना को शीर्ष नेतृत्व की देखरेख में तैयार किया जा रहा है इसलिए आधिकारिक तौर से रक्षा मंत्रालय में कोई इस पर खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन जो जानकारी छन-छन कर सामने आ रही है उसके मुताबिक नई रिक्रूटमेंट योजना में ये सब पहली बार होने जा रहा है…
- सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी।
- चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद कुछ सैनिकों की सेवाएं आगे बढ़ाए जा सकती हैं। बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा।
- चार साल की नौकरी में छह-नौ महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होगी।
- रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलेगी बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी।
- खास बात ये होगी कि अब सेना की रेजिमेंट में जाति, धर्म और क्षेत्र के हिसाब से भर्ती नहीं होगी बल्कि देशवासी के तौर पर होगी। यानि कोई भी जाति, धर्म और क्षेत्र का युवा किसी भी रेजीमेंट के लिए आवेदन कर सकेगा।
- योजना को अगर जल्द हरी झंडी मिल जाती है तो इस साल अगस्त के महीने से सेना (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) में भर्तियां शुरू हो जाएंगी।
दिवंगत जनरल बिपिन रावत ने दिया था आइडिया
आपको बता दें कि तत्कालीन सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) सेना (Indian Army) के अधिकारियों के लिए टूर ऑफ ड्यूटी (Tour Of Duty) प्लान पर काम कर रहे थे जिसके तहत सेना में अधिकारियों को मात्र तीन साल के लिए सेवाएं देनी थी। लेकिन जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर क्रैश (General Bipin Rawat Helicopter Crashes) में हुई मौत के बाद से ये योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। लेकिन सरकार अब अधिकारियों के साथ-साथ सैनिकों के पदों के लिए भी इसी तर्ज पर ‘अग्निवीर’ योजना को लाने का प्लान तैयार कर रही है।
बताया जा रहा है कि कोविड के कारण सैन्य भर्तियों का काम बिल्कुल ठप पड़ गया था जिससे सेना में जवानों की संख्या में भारी कमी हो गई है। इस अग्निपथ योजना से सैन्य बजट का बड़ा हिस्सा हथियार प्रणाली के आधुनिकीकरण पर खर्च हो पाएगा तो दूसरी तरफ देशसेवा को उत्सुक युवाओं को अपना सपना पूरा करने का भी मौका मिलेगा। हालांकि, ऑफिसर रैंक की परीक्षाओं और कमीशनिंग पर कोई असर नहीं पड़ा है। लेकिन सैनिकों की भर्ती रुकने से देश के युवाओं में रोष है और इसको लेकर वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैलियों में भी अपना विरोध जता चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी कई बार रिक्रूटमेंट रैलियां ना होने के चलते कई बार कैंपेन हो चुका है।
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