उत्तराखंड
टिहरी: सीएम ने दिया बूढ़ाकेदार में जल्द ये मार्ग बनाने का आश्वासन, पलायन में लगेगी रोक…
टिहरी: उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक शक्ति लाल शाह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने लंबे समय से लंबित चल रहे पौराणिक तीर्थधाम बूढ़ाकेदार को जोड़ने वाले मोटर मार्ग को बनाने के लिए ज्ञापन सौंपा है। यह मार्ग घनसाली विधानसभा क्षेत्र टिहरी गढ़वाल के अति सुदूरवर्ती,दूरस्थ बिहड, पिछड़े लाटा, दुगड्डा, सौरा सॉरी, पिनसवाड गांव एवं चीन, तिब्बत देश की सीमा से सटा हुआ सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण तथा चारधाम यात्रा मार्ग का केंद्र बिंदु भी है। राज्य देश और दुनिया के तीर्थ यात्रियों साधु संत, कावड़ यात्रा के साथ ही पर्यटक गंगोत्री यमुनोत्री से आज भी केदारनाथ धाम के लिए पैदल इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। इस मार्ग के बनने से पलायन पर रोक लगने और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है। जिस पर सीएम ने उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि प्रतिनिधिमंडल ने बहु आयामी मार्ग भटवाड़ी- सौरा सारी- दुगड्डा- बेलाक- झाला- बूढ़ाकेदार- बिनकखाल-हटकुणी- पावली कांटा -त्रिजुगीनारायण-केदारनाथ मोटर मार्ग के संबंध में सीएम से मिलकर वार्ता की है। जिस पर सीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं पूर्व विधायक घनसाली भीम लाल आर्य का कहना है कि विधानसभा में भी इस बात को प्राथमिकता के आधार पर रखा गया है सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण बहुआयामी मोटर मार्ग के स्वीकृति के लिए 2014,15 मे नितिन गडकरी मंत्री सड़क परिवहन राजमार्ग एवं पोत परिवहन भारत सरकार, प्रकाश जावेडकर राज्य मंत्री,(स्वतंत्र प्रभार) वन एवं जलवायु परिवर्तन भारत सरकार, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से इस मार्ग के लिए 2014 में अनुरोध किया गया जिस पर माननीय पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा समीक्षा बैठक कर इसकी घोषणा कर दी गई ।घोषणा संख्या 704/2015 सारी पत्रावली तैयार की गई है ।शासन स्तर पर गतिमान हैं।
वही बूढ़ाकेदार मंडल अध्यक्ष भाजपा गिरीश नौटियाल का कहना है यह क्षेत्र पिछड़ा एवं अति दूरस्थ होने के कारण लोगों का बहुत तेजी से पलायन हो रहा है सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण बहुआयामी मोटर मार्ग के बनने से पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाएं है जिससे लोगों को रोजगार मिलने लगेगा और पलायन पर भी रोक लगेगी। जहां आज गंगोत्री यमुनोत्री से केदारनाथ के लिए 350 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है वही अगर यह योजना परवान चढ़ती है तो गंगोत्री यमुनोत्री से भटवाड़ी सौरा सारी, दुगड्डा, बेलक झाला बूढ़ाकेदार, हटकुणी, त्रिजुगीनारायण, केदारनाथ की दूरी मात्र 220 किलोमीटर रह जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में भटवाड़ी बूढ़ाकेदार त्रिजुगीनारायण संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह कठैत, बूढ़ाकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, मंडल अध्यक्ष गिरीश नौटियाल, हिम्मत सिंह रौतेला , के एन सेमल्टी, हरीश बसलियाल आदि लोग मौजूद रहे।
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