देहरादून
Big Breaking: राशनकार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, अगले महीने मुफ्त राशन मिलना मुश्किल…
देहरादून: उत्तराखंड में जहां एक ओर पीएम मोदी की मुहिम के तहत गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार की नीतियों से राशन डीलर नाराज़ चल रहे हैं। लंबे समय से राशन डीलर लगातार मानदेय की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब राशन डीलरों ने 1 अक्टूबर से खाद्यान्न गोदामों से अनाज न उठाने की घोषणा कर दी है। राशन डीलरो के इस फैसले से ग्रामीण और शहरी इलाकों में गरीब तबके के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि प्रदेश भर में राशन विक्रेता डीलरशिप के बदले मानदेय की मांग कर रहे हैं। मानदेय की मांग को लेकर प्रदेशभर के राशन डीलर हड़ताल पर हैं। नाराज डीलर गोदाम से राशन का उठान नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते अगले माह उपभोक्ताओं को समय से राशन का वितरण अब मुश्किल है। इधर, विभाग के अधिकारी डीलरों पर हड़ताल खत्म करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं।मानदेय की मांग को लेकर हाल ही में पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के नेतृत्व में डीलरों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया था। जिन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरियर लगाकर रोक दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीलरों का कहना है कि उन्होंने कोरोनाकाल में अपनी अहम भूमिका निभाई। बावजूद आजतक विभिन्न योजनाओं का भाड़ा तथा मानदेय डीलरों को नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि डीलरों की मांग पूरी नहीं हुई तो अगले माह से समस्त डीलर अन्न उत्सव का बहिष्कार करेंगे तथा गोदाम से राशन का उठान नहीं करेंगे। नि:शुल्क कार्य करने के कारण उनकी घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। इसलिए डीलर प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं द्वारा वितरित की जा रही राशन विक्रय करने के बदले उन्हें फिक्स मानदेय देने की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी न होने के कारण राशन डीलरों ने राशन उठान से मना कर दिया है। जिससे समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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