देहरादून
खुशखबरीः उत्तराखंड में लगेंगे बिजली के प्रीपेड मीटर, मोबाइल रिचार्ज की तरह कर सकेंगे इस्तेमाल, जानें योजना…
देहरादून: उत्तराखंडवासियों के लिए राहत भरी खबर है। बिजली के बिलों में बढ़ोतरी के बाद अब राज्य सरकार महानगरों की तर्ज पर UPCL घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बना रहा है। बिजली के लिए प्रीपेड मीटर लगने से अब मोबाइल रिचार्ज की तरह वह बिजली इस्तेमाल कर सकेंगे। प्रीपेड मीटर के लगने के लिए बिजली की बर्बादी पर भी अंकुश लगाया जा सकता है। राहत की बात ये है कि ग्राहकों को नए मीटर के लिए जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार गैस लाइन व पानी के मीटर की तरह बिजली के लिए प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। उत्तराखंड में करीब 26 से 27 लाख उपभोक्ता मोबाइल रिचार्ज की तरह अब बिजली इस्तेमाल कर सकेंगे। केंद्र से सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद राज्य कैबिनेट की भी इस पर मुहर लग चुकी है। आदेश जारी होने के बाद यह प्लान एक कदम आगे बढ़ेगा। सबसे पहले कॉमर्शियल और पांच किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के प्रतिष्ठानों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम किया जाएगा। प्रति मीटर औसत छह हजार रुपये का खर्च आएगा और 22.5 प्रतिशत पैसा केंद्र से ग्रांट के तौर पर मिलेगा। मीटर लगाने वाली कंपनी को यूपीसीएल की ओर से प्रति मीटर प्रति माह के हिसाब से दस साल तक भुगतान किया जाएगा।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के उद्योगों में पहले से स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल हो रहा है। एक से 75 किलोवाट क्षमता वाले करीब 18 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब 16.50 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।मौजूदा वक्त में बिजली का बिल इस्तेमाल के बाद आता है और मानसिक रूप से ग्राहकों को भुगतान का कोई दवाब नहीं होता है लेकिन प्रीपेड में टैरिफ खत्म होने के बाद उनके घर की बिजली समाप्त हो जाएगी। अब प्रीपेड मीटर लगने से बिजली की बर्बादी पर भी अंकुश लगाया जाएगा।
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