देहरादून
Big Breaking: उत्तराखंड वन विभाग से जुड़ी बड़ी खबर, दो अफसरों पर हो सकती है सख्त कार्रवाई, विदाई तय…
देहरादूनः उत्तराखंड वन विभाग से दो बड़े अधिकारियों पर गाज गिरने वाली है। ये कार्रवाई किसी भी वक्त शासन द्वारा की जा सकती है। वन मंत्रालय मिलने के बाद सुबोध उनियाल भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुखर दिखाई दे रहे हैं। स्थिति यह है कि विभागीय मंत्री ने महकमे का चार्ज लेते ही सबसे पहले अपर मुख्य सचिव वन आनंद वर्धन से गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों की फाइलें ही तलब की थी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, वन विभाग में 2 आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ फाइल तैयार हो चुकी है। अब सीएम के आदेश के बाद आदेश जारी हो सकता है।
मीडिया रिपोर्टस की माने तो राज्य में जहां हरक सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पाखरौ टाइगर सफारी पर अब ब्रेक लगता नज़र आ रहा है। तो वहीं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल वन मंत्रालय मिलते ही सख्त रूख अपनाएं हुए है। वन विभाग में कई गंभीर आरोपों में घिरे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होने जा रही है। फिलहाल 2 आईएफएस अधिकारियों की फाइल तैयार कर सीएम कार्यालय भेज दी गई है । अब बस मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुमोदन मिलते ही महकमे के 2 आईएफएस अधिकारियों को विभाग से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
वहीं दूसरी और कोटद्वार से सटे पाखरौ में 106 हेक्टेयर में टाइगर सफारी से जुड़ा विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने से खलबली मच गई है। सुप्रीम कोर्ट ने जिस टीम को जांच के लिए भेजा था, उसे कई गड़बड़ियां मिलने की खबर के बाद से ही माना जा रहा है कि कई अफसर फंस सकते हैं। पिछली सरकार में हरक सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर पाखरौ में टाइगर सफारी के लिए कई निर्माण कार्य हुए। हालांकि हरक सिंह का कहना है कि कोटद्वार की मौजूदा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से इस बारे में बातकर कहा है कि कॉर्बेट सफारी मामले में दलगत राजनीति से उठकर काम हो।’
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