उत्तराखंड
Big Breaking: चारधाम यात्रा के लिए नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, नया शासनादेश जारी, देखें…
देहरादूनः अगर आप चारधाम यात्रा पर जा रहे है। तो आपके लिए जरूरी खबर है। क्योंकि शासन ने चारधाम यात्रा के नियमों में कई बदलाव किए है। अगर इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शासन द्वारा शासनादेश जारी किया है। बताया जा रहा है कि नए नियमों के तहत अब मंदिरों में दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही कई बदलाव किए गए है। पढ़ें नियम…
- चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए नए निर्देशों के तहत अब बदरीनाथ धाम में 16 हजार, केदारनाथ में 13 हजार, गंगोत्री में आठ हजार और यमुनोत्री धाम में रोज पांच हजार यात्री एकसाथ दर्शन कर पाएंगे। ये फैसला यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बता दें कि ये व्यवस्था यात्रा के शुरूआती 45 दिनों के लिए ही लागू की गई है।
- अब यात्रियों के अनिवार्य पंजीकरण को लेकर राज्य सरकार सख्त हो गई है। बिना पंजीकरण कोई यात्री चारधाम यात्रा पर नहीं आ पाएगा।उत्तराखंडवासियों पर भी यह व्यवस्था लागू है। पंजीकरण की जांच यात्रा मार्ग पर जगह-जगह जांच और पुलिस चौकियों पर की जाएगी। यात्रा से पहले अपना पंजीकरण https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जरूर करवाएं। वर्तमान में चारधाम यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर आफलाइन व आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।
- केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के समय में पांच घंटे की बढ़ोतरी की गई है। अब सुबह चार से दोपहर तीन बजे और फिर चार बजे से रात 10:30 बजे तक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे।
- वहीं यात्रा के शुरुआती दिनों में ही 22 तीर्थयात्रियों की मौत के बाद व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य महकमे ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, कोमर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित) अथवा कोविड से प्रभावित यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पूर्व नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने पर बल दिया गया है। कहा गया है कि सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए यात्री एहतियात बरतें।
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