देश
New Labour Codes: अब हफ्ते में 4 दिन काम- 3 दिन छुट्टी, 6 प्वाइंट्स में जानें क्या होगा बदलाव…
देशः अगर आप नौकरी करते है तो आपके लिए काम की खबर है। सरकार नए श्रम कानून लाने की तैयारी कर रही है। अगर ये कानून लागू होता है तो आपके काम, सैलरी, पीएफ सब पर इसका असर देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि इस कानून के लागू होने से इन-हैंड सैलरी, वर्किंग ऑवर, कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) योगदान और एनुअल लीव में बड़े बदलाव हो सकते हैं। आइए जानते है कैसे और क्या बदलाव होने वाले है और आप पर इसका कितना असर होगा।
1. हप्ते में 4 दिन काम का फार्मूला
पहली बार में यह सुनने में अच्छा लगता है कि सप्ताह में 6 की जगह सिर्फ 4 दिन काम करना पड़ेगा। लेकिन नये लेबर कोड के अनुसार सप्ताह में 4 दिन काम तो करना होगा लेकिन काम के घंटे 8 से बढ़कर 12 घंटे हो जाएंगे। यानि आप रोजाना 12 घंटे काम करके 48 घंटे पूरे करेंगे। इस तरह सप्ताह में 48 घंटे का काम पूरा करना होगा।
2. सप्ताह में 3 दिन की छुट्टी
जब सप्ताह में काम करने का प्रावधान 48 घंटे फिक्स कर दिया जाएगा, तब कंपनियों को 2 की जगह 3 छुट्टियां देनी पड़ेंगी। हालांकि इसे लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कंपनियां भी कुछ क्लीयर नहीं बता पा रही हैं कि आखिर क्या होने वाला है। हालांकि यह तय है यदि नये लेबर कोड को लागू किया जाता है तो 4 दिन काम के बाद बाकी बचे 3 दिन छुट्टियां रहेंगी।
3. नौकरी छोड़ने पर यह फायदा
नये लेबर कोड के लागू होने के बाद कंपनियों को 2 दिन के भीतर कर्मचारियों का फुल एंड फाइनल करना होगा। तब नौकरी छोड़ने के दो दिन के भीतर ही कर्मचारी को पूरा पैसा मिल जाएगा। हालांकि यह प्रक्रिया अभी 30 से 60 दिन में पूरी होती है। यह कर्मचारियों के हिसाब से फायदेमंद होगा।
4. रिटायरमेंट के बाद भी है फायदा
1 जुलाई से लागू होने जा रहे नये लेबर कोड के बाद से कर्मचारियों का पीएम और ग्रेच्युटि ज्यादा जमा होने लगेगा। इसका फायदा रिटायरमेंट के बाद मिलेगा और कर्मचारियों को मोटी रकाम मिलेगी ताकि वे आगे का समय बेहतर प्लान कर सकें। इसके साथ ही ग्रास सैलरी में भत्ते भी कम हो जाएंगे। एक्सपर्ट्स की मानें तो बेसिक सैलरी व भत्तों का अनुपात 50-50 प्रतिशत होगा।
5. 4 तरह के हैं प्रावधान
नये लेबर कोड में 4 विशेष प्रावधान किए गए हैं। जिसमें सामाजिक सुरक्षा, पेशेगत सुरक्षा, मजदूरी और व्यापारिक संबंध शामिल हैं। यह लागू होता है कि श्रमिकों को ज्यादा फायदा होगा। उनके साथ की जा रही विसंगतियां दूर होंगी। असंगठित श्रमिकों को भी सामाजिक सुरक्षा मिल सकेगी।
6. इनहैंड सैलरी हो जाएगी कम
1 जुलाई से लागू होने जा रहे नये लेबर कोड का असर आपकी इनहैंड सैलरी पर भी पड़ेगा। चूंकि पीएफ व ग्रेच्युटि में ज्यादा पैसा जाएगा और भत्तों में भी कटौती होगी तो इसका असर आपके टेक होम सैलरी पर पड़ेगा। मसलन, आपके हाथ में पहले से कम पैसे आएंगे लेकिन भविष्य के लिए यह बेहतर है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें