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UGC Update: अब प्रोफेसर बनना हुआ आसान, बिना डिग्री ऐसे होगी भर्ती, दिशानिर्देश जारी, पढ़ें…
UGC Update: अगर आप शिक्षक बनना चाहते है और आपके पास कोई डिग्री और एक्सपिरयंस भी नहीं है तो भी आप कॉलेज में पढ़ा सकते है। जी हां यूजीसी ने इनके लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी कर दिए है। जिससे प्रोफेसर बनना आसान हो जाएगा। ‘प्रोफेसर आफ प्रैक्टिस’ योजना के तहत शिक्षकों की नियुक्ति के लिए औपचारिक अकादमिक योग्यता (डिग्री) की कोई बाध्यता नहीं रहेगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की नियुक्ति को सुगम बनाने के लिए अपने नियमों में आवश्यक परिवर्तन करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि उच्च शिक्षा संस्थानों को पेशेवर विशेषज्ञों को नियुक्त करने में सक्षम बनाने के लिए, यूजीसी ने प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस (पीओपी) नामक एक नया पद सृजित किया गया है और इनकी नियुक्ति करने के लिए पहले से ही दिशा-निर्देश प्रकाशित किए गए है।
यूजीसी के इस पत्र में विश्वविद्यालयों से ‘प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस’ को शामिल करने शुरू को कहा गया है। आयोग की इस योजना के तहत इंजीनियरिंग, विज्ञान, मीडिया, साहित्य, उद्यमिता, सामाजिक विज्ञान, ललित कला, लोक सेवा, सशस्त्र बल आदि क्षेत्रों के एक्सपर्ट इन कैटेगरी में भर्ती के लिए पात्र होंगे। इसमें कहा गया है कि जो कैंडिडेट्स विशिष्ट प्रोफेशन से जुड़े हों या जिनका एक्सपीरियंस कम से कम 15 साल का हो, ऐसे लोग प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस श्रेणी के लिए योग्य होंगे। भले ही ये लोग नेट क्वॉलिफाइड न हों।
गौरतलब है कि अभी तक किसी भी यूनिवर्सिटी में टीचिंग के लिए आवेदक का यूजीसी नेट क्वॉलिफाइड होना जरूरी होता है, लेकिन आने वाले समय में ऐसा नहीं होगा। लेकिन अब यूजीसी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के तहत विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को प्रोफेसर की नियुक्त करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किये। इन्हें ‘प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस’ कहा जाएगा।
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