उत्तराखंड
अच्छी खबर: चिरबटिया में पहली बार आयोजित किया जाएगा नेचर फेस्टिवल, हॉर्टी टूरिज्म को विकसित करने की तैयारी
रुद्रप्रयाग: चिरबटिया अपनी अलौकिक खूबसूरती के लिए सभी को आकर्षित करता है। इनकी खूबसूरती के चलते राज्य सरकार ने चिरबटिया को 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन में शामिल किया है। टिहरी-रुद्रप्रयाग सीमा पर स्थित चिरबटिया में पर्यटन की काफी संभवनाएं हैं, जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 2287 मीटर हैं। ग्रामसभा लुठियाग का चिरबटिया एक तोक है जो 1962 में सड़क आने के बाद काफी प्रचलित हो गया।
चिरबटिया को राज्य सरकार ने 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन में विकसित करने की तैयारी है। यहां पर एमपी थियेटर, व्यू पॉइंट सहित कई कार्य किए जाने हैं। चिरबटिया में माउंटेन बाइकिंग, ट्रैकिंग, ईको हट्स और बर्ड वॉचिंग की अपार संभावनाऐं हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने चिरबटिया को ईको पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अब क्षेत्रवासियों और चिरबटिया के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है कि चिरबटिया में जल्द ही नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। यहां पर पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने सर्वे किया। क्षेत्र सर्वे के बाद जिलाधिकारी मनुज गोयल ने यहां के विकास की कार्ययोजना पर तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने डीएफओ रुद्रप्रयाग की अध्यक्षता में चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि नेचर फेस्टिवल से चिरबटिया के टूरिज्म को फायदा होगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल चिरबटिया में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। इस फेस्टिवल में देश के अलग-अलग राज्यों में मिलने वाली पक्षी प्रजातियों के बारे में जानकारी दी गई थी।
चिरबटिया में पर्वतीय हॉफ मैराथन का भी आयोजन किया जाता है। पर्वतीय हॉफ मैराथन के दो भागों का सफलतापूर्ण आयोजन हो चुका है और जल्द ही तीसरे भाग का आयोजन भी किया जाना है। पर्वतीय हॉफ मैराथन में राज्य देश सहित विदेशी प्रतिभागी भी भाग लेते हैं। इस पर्वतीय हॉफ मैराथन की सबसे बड़ी खूबी ये है कि यहां की ग्रामीण महिलाएं भी उस चिरबटिया के लिए मैराथन में दौड़ती हैं जिसमें वह अपनी जिंदगी जीती हैं।
चिरबटिया से कई बेहतरीन ट्रैक रूट निकलते हैं जिनमें प्रमुख हैं चिरबटिया से बुराँशकांठा पटांगनिया- पंवालीकांठा-त्रिजुगीनारायण होते हुए केदारनाथ और चिरबटिया होते हुए राजबंगा टॉप सहित रिगोली पट्टी पहुंचा जा सकता है। साथ ही चिरबटिया से हिमालय का विराट रूप दिखाई देता है। यहां से केदारनाथ, चौखम्बा, त्रिशूली, ब्रम्हल, हाथी घोड़ा, नंदादेवी, त्रिशूल, नंदाघुंटी पर्वतमालाएं दिखाई देती हैं।
चिरबटिया के प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने के लिए आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। जिससे भविष्य में देश-विदेश के सैलानी चिरबटिया पहुंचकर यहां के विहंगम दृश्य के साथ ही बागानों का आनंद भी ले पाएंगे। गौरतलब है कि चिरबटिया क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति आलू, अखरोट, सेब , केसर की खेती के लिए भी काफी अनुकूल है। यहां पर सेब और केसर की खेती को प्रायोग के तौर पर शुरू किया जाएगा।
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