हरिद्वार
एक्सक्लूसिव: लोनिवि ने डकारे लाखों, सड़क से निकली लाखों की मिट्टी को मन माफिक दामों पर बेचा..
रायवाला। रायवाला प्रतीतनगर सम्पर्क मार्ग एक बार फिर विवादों के घेरे में है। पांच करोड़ की लागत से बनने वाली
सड़क निर्माण में खुलेआम हो रही मिट्टी चोरी व पुरानी नाली से निकलने वाली ईंट को भी ठिकाने लगाया जा रहा है।
राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस की भले ही जितनी बातें करे, मगर सरकारी महकमे के जिम्मेदार कर्मयोगी सरकार की साख को बट्टा लगाने से नहीं चूक रहे। मामला रायवाला प्रतीत नगर संपर्क मार्ग चौड़ीकरण से जुड़ा हुआ है।
आपको बता दें कि, लगभग 3 साल पहले इस संपर्क मार्ग के चौड़ीकरण कार्य का शिलान्यास किया गया था। विभागीय लापरवाही के चलते यह कार्य कछुआ गति से चल रहा था मगर फिलहाल इस कार्य ने तेजी पकड़ी है। यहां संपर्क मार्ग चौड़ीकरण को लेकर एक बार फिर कई सवाल उठने लगे हैं। यहां सड़क चौड़ीकरण के दौरान खुदाई का कार्य चल रहा है और ठेकेदार चांदी काट रहे हैं।
खुदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी को ठेकेदारों द्वारा मनमाफिक दामों पर बेचा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ठेकेदार जेसीबी के माध्यम से एक ट्रॉली मिट्टी भरने के 500 से 700 ले रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर प्रतीतनगर ग्राम सभा में सड़क के एक छोर पर नाली का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। फिलहाल पुरानी नाली को तोड़ने का कार्य श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है। खास बात यह है कि ठेकेदार इस कार्य में भी मोटा मुनाफा कमा रहे हैं आपको बता दें कि, पुरानी नाली से निकलने वाली ईटों को ठेकेदार द्वारा मनमाफिक दामों पर बेचा जा रहा है। जो नियम के विपरीत है।
खास बात यह है कि, करोड़ों रुपए की इस योजना की देख-रेख के लिए मौके पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं रहते हैं । लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्यस्थल पर छोड़े गए विभागीय कर्मचारियों की मौजूदगी में ही मिट्टी और ईट को बेचा जा रहा है। विभागीय अधिकारी मिट्टी और ईट बेचे जाने के मामले से साफ बचते नजर आ रहे हैं लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के बिना इतना बड़ा काम हो जाए यह संभव नहीं है।
जिला मंत्री विश्व हिंदू परिषद ए के सिंह का कहना है कि इस मामले में उनके द्वारा कई बार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सूचित भी किया गया। लेकिन उन्होंने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच करने तक की जहमत नहीं उठाई।
उनका कहना है कि, वह इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों तक जाएंगे। इस मामले में जब लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान निकलने वाली मिट्टी को बेचा नहीं जा सकता है और नाली निर्माण के दौरान भी पुरानी नाली से निकलने वाली ईटों को बेचा जा रहा है वह भी गलत है। हालांकि इस पूरे मामले में उन्होंने ठिठरा कार्य कर रहे ठेकेदार के सर पर फोड़ दिया है।
आपको बता दें कि, इस तरह की शिकायत पूर्व में भी अवर अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता के संज्ञान में आई थी जिसके बाद उन्होंने ठेकेदार को फटकार लगाते हुए मिट्टी की बिक्री न किए जाने को कहा था। देर शाम जब मामला अवर अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता के संज्ञान में डाला गया तो के तुरंत बाद मौके पर लगी सभी ट्रैक्टर ट्रॉली को आनन-फानन में हटा लिया गया।
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