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स्कूलों में रुकेंगे आत्महत्या के मामले, शिक्षा मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस…
शिक्षण संस्थानों में आए दिन आत्महत्या के मामले सामने आते रहते हैं। जिसे रोकने के लिए शिक्षा मंत्रालय की तरफ से कई कदम उठाया जा रहा है। लेकिन इसी बीच बुधवार को मंत्रालय ने स्कूलों के लिए एक गाइडलाइंस जारी की है। UMMEED के नाम से जारी इस गाइडलाइंस में छात्रों के मनोबल को बढ़ाने सहित कई तरह की बातों का जिक्र किया गया है।
मंत्रालय की तरफ से ये दिशानिर्देश ऐसे समय में जारी किए गए हैं, जब राजस्थान के कोटा में जेईई और एनईईटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच कई आत्महत्याएं दर्ज की गई हैं। 2023 में अब तक कोटा में पढ़ने वाले छात्रों के बीच आत्महत्या से मौत के लगभग 25 मामले सामने आए हैं।
गाइडलाइंस में स्कूलों में वेलनेस टीम (एसडब्ल्यूटी) के गठन की बात कही गई है। इस टीम के जरिए परेशान दिखने वाले छात्रों की पहचान की जाएगी और इसके बाद उनकी काउंसलिंग करवाई जाएगी। साथ ही एसडब्ल्यूटी मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और आत्महत्या को रोकने के उद्देश्य से स्कूल कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में भी आवश्यक भूमिका निभाएगा। हालांकि, गाइडलाइंस में यह भी कहा गया है कि अकेले एसडब्ल्यूटी आत्महत्या की रोकथाम के लिए स्कूल के प्रयासों में पर्याप्त नहीं होगा और इसके लिए सभी हितधारकों के समर्थन की आवश्यकता होगी।
बच्चे आत्महत्या जैसे कदम के बारे में सोच भी न पाए इसके लिए स्कूलों, टीचर्स और पेरेंट्स ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ऐसे स्टूडेंट्स जिनमें सुसाइडल सिंपटम दिखे, उनके लिए वेलनेस टीम तुरंत एक्शन लेगी। गाइडलाइन में ये भी स्पष्ट किया गया है कि सुसाइड इम्पल्सिव यानी अचानक लिया गया फैसला भी हो सकता है और कुछ स्टूडेंट्स में इसकी पहले से पहचान करना मुश्किल होता है।
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