देहरादून
WEATHER: उत्तराखंड में आज जमकर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट…
देहरादून। प्रदेश के ज्यादातर जनपदों में आज जमकर बारिश होने की आशंका जताई जा रही है। जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बादलों की गरजना और बिजली की चमक के साथ तेज बारिश होगी।
मौसम विभाग के जारी बुलेटिन में आज राजधानी देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में कई स्थानों पर तेज बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। जिसके चलते आकाशीय बिजली के साथ यहां तेज बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं हरिद्वार, पौड़ी और चंपावत जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावनाएं जताई गई है। विभाग के अलर्ट के बाद सभी जिलाधिकारियों को अतिरिक्त अलर्ट होने के निर्देश दे दिए गए हैं। विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
दून और आसपास भी होगी बारिश…
राजधानी दून और आसपास के इलाकों में भी तेज बारिश होने का अनुमान है। मौसम केंद्र के अनुसार गरज और चमक के साथ दून के ज्यादातर इलाकों में बारिश हो सकती है। इससे दिन और रात के तापमान में कुछ कमी आ सकती है। शनिवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जिसमें रविवार को तीन डिग्री तक की कमी रह सकती है।
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देहरादून। उत्तराखण्ड की सियासत में आम आदमी पार्टी की दस्तक को पहले पहल गंभीरता से नहीं लिया गया। विरोधी अब भी उसे गंभीरता लेने के भावों को छुपाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ‘चक्रव्यूह’ में फंसने जैसी स्थितियां बता रही हैं कि उन्हें (विरोधियों को) भी आप की जमीनी हैसियत का अंदाजा होने लगा है। भाजपा सरकार का हालिया 100 यूनिट तक फ्री बिजली का ऐलान तो कमोबेश यही समझा रहा है। वैसे पूर्व सीएम हरीश रावत भी पहले और अब फिर से; कांग्रेस के सत्ता में लौटने की शर्त पर फ्री बिजली की स्कीम को परोस ही चुके हैं।
20 वर्षों तक बारी-बारी उत्तराखण्ड की सत्ता हासिल करने और पारंपरिक राजनीति के अपने ही खोल में सिमटे रहने की आदी हो चुकी बीजेपी और कांग्रेस 2022 के आम चुनाव को लेकर पहली बार पसोपेश में दिख रही हैं। मगर मायने इतने भर तक ही सीमित नहीं। दिल्ली में ‘केजरीवाल इफेक्ट’ से दोनों ही तीन बार लगातार बेतरह मात खा चुकने बाद वे कतई नहीं चाहेंगे कि दिल्ली को उत्तराखण्ड में भी दोहराया जाए। लिहाजा, उन्होंने अपने लिए भी वैसे ही राजनीतिक औजार गढ़ने शुरू कर दिए हैं।
कांग्रेस को सत्ता में लौटने की जल्दी तो है, लेकिन प्रतिपक्ष होने के बावजूद बीते वर्षों में वह जनता का विश्वास दोबारा जीतने के लिए कुछ खास नहीं कर पायी है। अब तक भी ‘‘…छींका टूटने’’ का ही इंतजार है। मगर आप की इंट्री ने उसके इस ख़्वाब को जरूर ठिठका सा दिया है। जाहिर तौर पर ‘हरदा’ का ‘फ्री बिजली स्कीम’ का वादा तो यही कह रहा है।
भाजपा को ‘आप’ की इंट्री शायद अब अपने माफिक लगने लगी है। बर्तज ‘आप’ के प्रदेश में 100 यूनिट बिजली फ्री देने के ऐलान से कमोबेश यही संदेश निकल रहा है। संभवतः उसे भरोसा भी हो चला कि ‘केजरीवाल इफेक्ट’ जितना प्रबल होगा, 2022 में कांग्रेस की सियासी जमीन उतनी ही बंजर होती जाएगी। ‘आप’ के ‘मुद्दों’ को उससे ही ‘झटक’ कर उन्हें अपना बना लेना कुछ ऐसा ही बता रहा है। ताकि 2022 से पहले ही उसे अपनी खोयी हुई साख फिर से हासिल हो जाए।
खैर, वक्त के तराजू पर ही साबित होगा कि ‘केजरीवाल इफेक्ट’ से 2022 का पलड़ा किस जानिब झुकेगा? वहीं देखना होगा कि कांग्रेस और आप सत्ता की सीढ़ी चढ़ने के लिए अपनी रणनीति को किस तरह धारदार देंगे?
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