देहरादून
आपत्ति: रिहाई के इंतिजार में है ये कैदी, जानिए 15 अगस्त पर भी क्यों नहीं हो सके आजाद….
देहरादूनः देशभर में आजादी का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया है। कई कैदियों को रिहाई मिली। लेकिन उत्तराखंड के कैदी अभी तक आजाद नहीं हो सके। स्वतंत्रता दिवस पर कैदियों को रिहा करने की लिस्ट तो तैयार की गई। जिसमें 21 कैदियों के नाम थे। लेकिन लिस्ट पर आपत्ति होने के कारण राजभवन से प्रस्ताव पास नहीं हो सका। जिस कारण अभी तक कैदियों को रिहाई नहीं मिल सकी। कैदी अपनी रिहाई का इंतजार देख रहे है।
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह विभाग ने 21 कैदियों को रिहा करने का प्रस्ताव राजभवन को भेजा था। सूत्रों की मानें तो इनमें से कुछ नामों पर राजभवन ने आपत्ति जताई है। माना जा रहा है कि अब नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर आज राजभवन को दूबारा प्रस्ताव भेजा जाएगा। हालांकि पहली लिस्ट में राजभवन ने 3 कैदियों को 15 दिन का परिहार दैनिक सजा की समय सीमा में कटौती स्वीकृत की है।
गौरतलब है कि प्रदेश सहित देशभर में हर साल स्वतंत्रता दिवस पर कैदियों की रिहाई करने के साथ ही उन्हें परिहार भी दिया जाता है। रिहाई ऐसे कैदियों की होती है जो अमूमन 60 वर्ष से अधिक आयु के होते हैं। उनके जेल में अच्छे आचरण कार्य को सजा के बचे हुए समय को देखते हुए सजा माफ कर दी जाती है। इन कैदियों की सजा माफी का प्रस्ताव राजभवन को भेजा जाता है वहां प्रस्ताव पर परीक्षण करने के बाद सजा माफी पर मुहर लगती है।
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