उत्तराखंड
उपलब्धि: मां घरों में बतर्न-चूल्हा कर बेटी को चढ़ा रहीं परवान, बेटी ने अंडर-19 क्रिकेट में बनाई जगह…
नैनीताल: उत्तराखंड की बेटियां अपनी लगन और जज़्बे से अपने हुनर का लोहा देशभर में मनवा रहीं हैं। इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है रामनगर की नीलम भरद्वाज का। पिता की मौत से टूटी नीलम ने हिम्मत नहीं हारी और स्नेह राणा के पथ पर चल कर उत्तराखंड महिला क्रिकेट में जगह बना ली हैं। नीलम का चयन प्रदेश की अंडर-19 बालिका वर्ग में हुआ है। आपको बता दें कि नीलम की मां घरों में बतर्न चूल्हा करती हैं और अपनी बेटी को कामयाब बनाना चाहती है। माँ की मेहनत और पिता के सपने को पूरा करने के लिए नीलम जी जान से जुट गई है। उनके अंडर 19 में सिलेक्शन होने से परिवार में खुशी का माहौल है।
आपको बता दें कि नीलम उत्तराखंड की उभरती हुई, प्रतिभावान खिलाड़ी है। वह चार बार स्कूल की ओर से नेशनल प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग कर चुकी है। नीलम सीधे हाथ की ऊपरी क्रम के बल्लेबाज और तेज गेंदबाज है। उनके पिता का पिछले साल निधन हो गया था। उनकी मां घरों में चूल्हा-बर्तन कर नीलम को आगे बढ़ने के लिए अग्रसर कर रही है। नीलम महज 15 साल की है और रामनगर की जीजीआईसी में 11वीं में पढ़ती हैं। कॉर्बेट क्रिकेट एकेडमी की क्रिकेटर नीलम वर्तमान में देहरादून में प्रशिक्षण कैंप में शामिल है। जहां से टीम प्रैक्टिस मैच खेलने के लिए 6 सितंबर को कर्नाटक के लिए रवाना होगी। उसके बाद टीम को राजकोट गुजरात में बीसीसीआई द्वारा आयोजित होने वाले अंडर-19 प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना है। नीलम भारद्वाज इससे पहले भी उत्तराखंड के लिए अंडर-19, अंडर-23 व सीनियर महिला क्रिकेट टीम से बीसीसीआई द्वारा आयोजित होने वाली बोर्ड ट्रॉफी में खेल चुकी है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड की महिला अंडर-19 टीम में नैनीताल जिले की छह खिलाडिय़ों का चयन हुआ है, जो सूरत में बीसीसीआइ की ओर से होने वाली वनडे क्रिकेट प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का परिचय देंगी। इन खिलाडिय़ों में हल्द्वानी की मीनाक्षी जोशी, बिंदुखत्ता की लक्ष्मी बसेरा, ज्योति गिरी, शगुन चौधरी, गायत्री आर्या व रामनगर की नीलम भारद्वाज शामिल हैं। बता दें कि नीलम सीधे हाथ की ऊपरी क्रम के बल्लेबाज और तेज गेंदबाज है। वह इससे पहले भी अपनी मेहनत और लगन से अपने शानदार खेल से प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी है। नीलम का सपना भविष्य में भारत के लिए खेलना है। जिससे वह अपने पिता के सपनों को पूरा कर सकें। उनकी कामयाबी से उनकी मां और कोच बेहद खुश हैं।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें