नैनीताल
आरोप: सेना में भर्ती होने के लिए कोरोना की बना दी नेगेटिव रिपोर्ट, लैब टेक्नीशियन के खिलाफ रिपोर्ट
रामनगर। उत्तराखंड के रामनगर संयुक्त अस्पताल में रुपए लेकर फर्जी कोरोनावायरस की निगेटिव रिपोर्ट जारी करने का भंडाफोड़ हुआ है। सेना की भर्ती में जाने वाले युवाओं को बड़ी संख्या में बिना टेस्ट के फर्जी कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट जारी कर दी गई।
यही नहीं नोडल अधिकारी की मोहर व फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए हैं घटना के खुलासा के बाद अस्पताल के डॉक्टर की तहरीर पर लैब टेक्नीशियन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तत्काल उसे हटा दिया गया है। यही नहीं युवाओं ने भी आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है।
जानकारी के अनुसार युवाओं ने पौड़ी जिले के कोटद्वार में 27 दिसंबर को होने वाली सेना की भर्ती के लिए 20 दिसंबर को अस्पताल में अपनी जांच कराई थी। उस दौरान बिना जांच के ही नेगेटिव रिपोर्ट थमाते हुए उस पर 6 दिन पहले ही 27 दिसंबर की तारीख डाल दी गई।
इस रिपोर्ट पर क्षेत्र के एक फाउंडेशन के निरीक्षक मंगल सिंह को शक हुआ तो उन्होंने फाउंडेशन के साथी गणेश रावत व तेजेश्वर घुघत्याल को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद घटना से एसडीएम विजय नाथ शुक्ल को अवगत कराया गया। एसडीएम ने नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत कौशिक को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि युवाओं से कर्मचारियों ने 500 से एक हजार रुपये लेकर फर्जी कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट सौंप दी गई है। उधर रामनगर अस्पताल के एमएस डॉ. मणि पंत का कहना है कि लैब टेक्नीशियन को हटा दिया है। वहीं जिले की सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी ने कहा है कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
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