उत्तराखंड
रिपोर्ट: उत्तराखंड में रोजगार की हालत बद से बदतर, 4 साल में सिर्फ़ इन्हें मिला रोजगार…
देहरादून: उत्तराखंड में पलायन और बेरोजगारी बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं। राज्य में रोजगार की हालत बद से बदतर हो चुकी है। नौबत यह है कि बीते चार साल में सेवायोजन कार्यालय में दर्ज करीब पांच लाख बेरोजगारों में सिर्फ 2.24 फीसदी ही नौकरी पा सके हैं। बता दें कि उत्तराखंड के विभिन्न सेवायोजन कार्यालयों में पिछले चार वर्षों में 472804 बेरोजगार युवकों ने पंजीकरण कराया , जिसमें से मात्र 10628 बेरोजगारों को ही रोजगार उपलब्ध कराया गया। बुधवार को मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल में केदारनाथ के विधायक मनोज रावत के सवाल के जबाव में सेवायोजन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने सदन में यह जानकारी दी है।
आपको बता दें कि बढ़ते पलायन को रोकने के मंथनों के बीच ऐसे हालात काफी चिंतित करने वाले हैं। बेरोजगारों का लेखाजोखा रखने वाले सेवायोजन विभाग के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। चार साल के विभागीय आंकड़ों पर नजर डालें तो 472804 बेरोजगार युवकों ने पंजीकरण कराया , जिसमें से मात्र 10628 बेरोजगारों को ही रोजगार मिल सका है। वहीं राज्य सरकार के बजट से देखकर बेरोजगार युवाओं में उम्मीदों की किरण जग जाती है। ऐसा ही फिर दिख रहा है। बेरोजगार युवाओं ने विधानसभा सत्र के बीच रैली निकाल कर प्रदर्शन किया है। सीएम धामी ने 22 हज़ार पद भरने का लक्ष्य रखा है।
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