टिहरी गढ़वाल
सराहना: 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पर पानी पहुंचाने का काम, जिला पंचायत टिहरी के नाम…
टिहरी: कहते हैं न कुछ करने का जज्बा हो तो राह खुद बा खुद बन जाती है। ऐसा ही कर दिखाया है टिहरी की जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने। सोना ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिससे ये सिद्ध हो गया है कि वह एक सच्ची जनप्रतिनिधि है। सोना ने तमाम मुश्किलों को पीछे छोड़ समुंद्र तल से 8000 हजार फीट की ऊंचाई पर घंडियाल डांडा में भगवान घंटाकर्ण मंदिर में पीने के पानी की व्यवस्था कर कीर्तिमान बना दिया है। अब लोगों को यहां पेयजल के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं उनके इस कदम की न सिर्फ क्षेत्रवासी बल्कि प्रदेश भर में सराहना हो रही हैं।
बता दें कि टिहरी गढ़वाल की पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण के विशेष प्रयास से घंडियाल डांडा में भगवान घंटाकर्ण मंदिर में सोलर पंपिंग से पानी पहुंच गया है।घंडियाल देवता मंदिर समुद्र तल से 8000 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अत्यधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण मंदिर में पेयजल की समस्या बनी रहती थी। लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इतनी ऊंचाई पर पानी पहुंचाने के लिए खच्चर आदि का प्रयोग होता था। लेकिन अब यहां सोलर पम्पिंग से पानी पहुंचने से लोगों की परेशानी दूर हो गई है।
आपको बता दें कि टिहरी के गजा क्षेत्र के प्रसिद्ध घंटाकर्ण मंदिर में सिर्फ स्थानीय श्रद्धालु ही नहीं बल्कि विभिन्न देश विदेश से भक्त श्रद्धालु आते हैं। घंटाकर्ण देवता को भगवान बदरीनाथ का रक्षक भी कहा जाता है। यह मंदिर भक्तों के लिए अलौकिक आस्था का प्रतीक हैं। लेकिन विकट भौगोलिक परिस्थिति के चलते मंदिर तक पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं है। यहाँ पेयजल की समस्या बनी रहती थी। जो अब सोना सजवाण की मेहनत से दूर हो गई है।वहीं पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण और क्षेत्रीय विधायक और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के प्रयास से मंदिर तक सड़क मार्ग बनाने की स्वीकृति भी मिल चुकी है। आने वाले दिनों में आम श्रद्धालु जो पैदल नहीं चल सकते है, वो भी घंटाकर्ण मंदिर पहुंचकर भगवान का आशीर्वाद ले सकेंगे।
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