उत्तराखंड
सलाह: कोरोना महामारी से अपने आप को बचाएं, ऐसे रखें अपना ख्याल। जानिए …
देहरादून: कोरोना वायरस की वजह से हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं। ना केवल हमारे निजी जीवन पर बल्कि हमारे रिश्तों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। लेकिन महामारी के इस दौर में हम ख़ुद और अपनो को कैसे बचाएं और कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए तमाम तरह की जानकारी, सुझाव और सलाह मौजूद हैं। लेकिन क्या हर सलाह आपके लिए फ़ायदे की है? ज़रूरी नहीं। ये कुछ ऐसे टिप्स हैं, जो आपके लिए फ़ायदे के साबित हो सकते हैं.
अपने को कैसे सुरक्षित रखें:-
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ कोरोना वायरस से ख़ुद को सुरक्षित रखने का सबसे बेसिक और महत्वपूर्ण उपाय है कि हम सफ़ाई से रहें। साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना सबसे ज़रूरी है। अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें। समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं और अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल करें। सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं, इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुए भी तो वह समाप्त हो जाएंगे। अपनी आंख, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने व छूने से बचें। हम अपने हाथ से कई सतहों को छूते हैं और इस दौरान संभव है कि हमारे हाथ में वायरस चिपक जाए। अगर हम उसी अवस्था में अपने नाक, मुंह और आंख को छूते हैं तो वायरस के शरीर में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है।
वायरस फैलने से कैसे रोकें:-
(1)- अगर आप छींक रहे हैं या फिर खांस रहे हैं तो अपने मुंह के सामने टिश्यू ज़रूर रखें और अगर आपके पास उस वक़्त टिश्यू ना हो तो अपने हाथ को आगे कर कोहनी की ओट में छीकें या खांसें।
(2)- अगर आपने कोई टिश्यू इस्तेमाल किया है तो उसे जितनी जल्दी हो सके डिस्पोज़ कर दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
(3)- यही वजह है कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है।
(4)- इसके अलावा बहुत सी जगहों पर लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में ही रहें और जब तक बहुत ज़रूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें। ताकि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचा जा सके।
(5)- इन सबके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है लोग हैंडशेक करने से परहेज़ करें और इसके बजाय ‘सेफ़-ग्रीटिंग’ जैसे नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीक़े से अभिवादन करें।
क्या ग्लव्स और मास्क कारगर हैं?
अगर आप किसी ऐसे मास्क का इस्तेमाल करते हैं जो एकदम साधारण है तो वो आपके लिए मददगार नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास्क बहुत ढीले होते हैं और इससे आंखों को सुरक्षा नहीं मिलती है। साथ ही इन्हें बहुत लंबे वक़्त तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। हालांकि अगर सामने से कई संक्रमित व्यक्ति छींक देता है तो उस स्थिति में ये ज़रूर मददगार साबित होता है। यहां ये याद रखने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस के जितने मामले अभी तक सामने आए हैं उनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आया लेकिन जब उन्हें टेस्ट किया गया तो वे पॉज़ीटिव पाए गए। ऐसे में अगर आप मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो कोई बुराई नहीं है।
बात करें ग्लव्स की तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर आप ग्लव्स का इस्तेमाल करते हैं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप कोरोना वायरस से बच जाएंगे। लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि नंगे हाथ से चेहरा छूना ख़तरनाक साबित हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि रोज़ाना साबुन से हाथ धोते रहना ग्लव्स की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित और कारगर है। साथ ही उत्तराखंड टुडे आप सभी से यही अपील करता है कि सुरक्षित रहे स्वस्थ रहे। सरकार और प्रशासन लगातार आपको सचेत रहने की अपील कर रहा हैं। हम सभी को गाईडलाइन को पूर्ण रूप से अपनाने की जरूरत है। प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझें और दो गज दूरी, मास्क है जरूरी के फार्मूले को अपनाने में कोई लापरवाही न बरते।
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