उत्तराखंड
सुधार: IAS दीपक रावत का जिलाधिकारी बनाना तय! सूबे के मुखिया की हरी झंडी का संकेत…
अभी हाल ही में हुए आईएएस अफसरों के बंपर ट्रांसफर में सबसे ज्यादा चर्चित पोस्टिंग दीपक रावत, आईएएस की है, जो अभी कुंभ मेलाधिकारी हैं। दीपक रावत ने 5 दिन बाद भी नए पद यूपीसीएल और पिटकुल के एमडी पद पर जॉइन नहीं किया। ये माना जा रहा है कि दीपक रावत के मामले में कार्मिक विभाग से त्रुटि हो गई। जानकारी के अनुसार यूपीसीएल में 26 तारीख को एमडी पद के लिए इंटरव्यू हैं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि दीपक रावत कैसे यूपीसीएल में बतौर एमडी जॉइन कर सकते हैं? उत्तराखंड में एक झगड़ा डायरेक्ट आईएएस और प्रोमोटी आईएएस का भी है। ये विवाद लगभग हर राज्य में मौजूद हैं। कार्मिक विभाग के मुखिया अरविंद सिंह ह्यांकी प्रोमोटी आईएएस हैं।
डायरेक्ट आईएएस लॉबी को दीपक रावत की पोस्टिंग ऐसे पद पर किया जाना नागवार गुजरा जहां एक हफ्ते बाद रेगुलर नियुक्ति की प्रक्रिया चलायमान थी। पिछले 23 जुलाई को कार्मिक सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने उत्तराखंड कैडर के अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा से सदस्यों को चेतावनी जारी करके कहा था कि यदि ट्रांसफर पोस्टिंग में किसी सदस्य ने राजनैतिक प्रभाव का उपयोग किया तो उसकी चरित्र पंजिका में उसका उल्लेख कर दिया जाएगा।
मीडिया के कुछ विश्वस्त सूत्रों का मानना है कि कुछ वर्तमान और कुछ पूर्व नौकरशाहों ने दीपक रावत की पोस्टिंग को लेकर कार्मिक सचिव को अपने प्रभाव में लेना चाहा था, उसी की परिणति ये चेतावनी पत्र है। लेकिन अब बहुत ही खास सूत्रों से पता चला है कि दीपक रावत की गलत पोस्टिंग को लेकर कार्मिक विभाग बैकफुट पर आ गया है। त्रुटि सुधार करते हुए अब दीपक रावत को जिलाधिकारी बनाए जाने पर मुख्यमंत्री की भी हरी झंडी हो गई है।
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