उत्तराखंड
Big Breaking: नैनिताल से कटा देश का संपर्क, 15 लोगों की मौत, सेना-एयरफोर्स ने संभाला मोर्चा…
नैनिताल: उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश से काफी नुकसान हुआ है। भारी बारिश और लैंडस्लाइड से हालात बेकाबू हो गए हैं। स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि सेना को मदद के लिए बुलाना पड़ा है। खासकर नैनीताल जिले में हालात बेकाबू हैं। नैनीताल शहर का देश के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क टूट चुका है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों समेत कुल 15 लोगों की मौत हो गयी है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रामगढ़ ब्लॉक में एक मकान के ऊपर मलबा गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई है जबकि व्यक्ति घायल है। सड़क टूटने के चलते रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन ने आर्मी की मदद मांगी है। लोग घरों से बाहर शवो को बाहर निकालने की मशक्कत में जुटे हैं। यूपी बिहार के मजदूरो ने सोचा भी नही होगा कि रात को सोने के बाद वह मकान के मलबे में जिंदा दफन होने वाले हैं। ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने बताया कि मकान के अंदर मलबा घुसने से 9 मजदूर जिंदा दफन हो गए हैं। वह पिछले 25 दिनों से सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे।
वहीं रानीखेत से आर्मी की डोगरा रेजीमेंट के जवानों को रेस्क्यू और राहत कार्य के लिए बुलाया गया है। राज्य सरकार ने केंद्र से भी मदद मांगी है। केंद्र आर्मी और एयर फोर्स के जवानों को रेस्क्यू के लिए भेज रहा है। सड़क मार्ग बंद होने के चलते राहत-बचाव कार्य में देरी हो रही है। इस कारण आर्मी और एयरफोर्स की मदद ली जा रही है। झील के जलस्तर ने इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। अक्टूबर महीने में हुई बारिश से नैनीझील इतनी उफना गई कि झील के दोनों निकासी गेट खोलने पड़े। इसके बावजूद रात तक माल रोड और नैना देवी मंदिर परिसर में झील का पानी हिलोरे मारता रहा। दो दिनों से झील अपने उच्चतम जलस्तर 12.2 फीट पर बनी हुई है।
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