देहरादून
शाह Vs रावत: शाह ने जनता से 5 साल मांग कांग्रेस को दी ये खुली चुनौती, हरदा बोले अकेला पडूंगा भारी…
देहरादून: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजधानी में घस्यारी योजना का शुभारंभ किया। इस योजना से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी। इससे पहले गृहमंत्री शाह ने सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उद्घाटन किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार फिर से उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनानी है। शाह ने उत्तराखंड की जनता से पांच साल का समय और मांगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है। वन रैंक, वन पेंशन देने का काम भाजपा सरकार ने किया है। गड्ढा बहुत बड़ा है, जो सिर्फ पांच साल में नहीं भरेगा। एक बार पांच साल का मौका और दें। भाजपा और नरेन्द्र मोदी पर विश्वास कीजिए। उन्होंने ये भी कहा कि उत्तराखंड को पूर्व पीएम अटल अटल बिहारी बाजपेयी ने किया और इसे संवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं। इस दौरान शाह उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत पर जमकर बरसे और खुली चुनौती दी कि कांग्रेस अपने सरकार के समय के घोषणा पत्र कितना काम किया इस पर किसी भी चौराहे पर हो जाए चर्चा। जिसके जवाब में हरीश रावत भी शाह पर बरसे और उनकी चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा मैं अकेले उन पर भारी पडूंगा।
आपको बता दें कि अपने सम्बोधन में शाह ने जहां एक ओर बीजेपी की उपलब्धि गिनाते हुए सीएम धामी और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत की जमकर तारीफ की तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पर भी बरसते हुए अपना काफिला रुकने का किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि “कुछ लोग मिलने आए थे, मेरा काफिला रुक गया था, मैंने पूछा क्या हुआ तो उन्होंने कहा कि साहब आपको मालुम नहीं है आज शुक्रवार है”। मुझे बताया कि शुक्रवार को हाईवे ब्लॉक करने और वहां नमाज करने की अनुमति है। कांग्रेस केवल तुष्टिकरण करती है और उत्तराखंड के लिए कोई कल्याणकारी कार्य नहीं कर सकती”। कांग्रेस भ्रष्टाचार, घपले, घोटाले का पर्याय बनी हुई है। कांग्रेस किसी भी राज्य में विकास का काम नहीं कर सकती है। न ही अच्छे प्रशासन के बारे में सोच सकती है। गरीब कल्याण और अच्छा प्रशासन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केवल बीजेपी ही दे सकती”। देवभूमि उत्तराखंड से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मिशन-2022 को लेकर हुंकार भरी। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि फिर से राज्य में भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ लाना है। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कांग्रेस नए कपड़े सिलाकर आती है। आपदा के समय पार्टी के नेता कहां थे। शाह ने हरीश रावत पर साधा निशाना साधते हुए कहा कि अब जनता आपको समझ गई है। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल दागा कि आखिर किसके कार्यकाल में नकली शराब बनी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमित शाह के वार पर पलटवार करते हुए हरीश रावत ने घस्यारी कल्याण योजना पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा इस योजना से प्रदेश की माताओं और बहनों का अपमान है। प्रदेश की महिलाएं अपने घर में तमाम कामों के साथ ही खेत में काम करती है, लेकिन महिलाओं के कामों के आधार पर उनका संबोधन नहीं दिया जाता है। लिहाजा घस्यारी योजना नाम रखना महिला बहनों का अपमान है। हरीश रावत ने कांग्रेस समेत अन्य दलों और बुद्धजीवियों से अनुरोध किया कि वह भी आगे आकर इसकी निंदा करें। उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह ने उन्हें डिबेट के लिए चुनौती दी है तो यह हरीश रावत के लिए सौभाग्य है। अमित शाह की चुनौती को मैं स्वीकार करता हूं। वह जहां भी डिबेट के लिए बुलाएंगे मैं अकेले पहुंच जाऊंगा. उन्होंने कहा वे अकेले ही अमित शाह पर भारी पड़ेंगे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह की चाहत हरीश रावत है। वहीं, जुमे की नमाज पर हरीश रावत ने कहा राज्य और केंद्र सरकार नोटिफिकेशन ढूंढ़ के दिखा दें। उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में बिकी डेनिस शराब अगर जहर थी तो अभी वर्तमान समय मे बिक रही डेनिस शराब सही कैसे हो गई? डेनिस शराब से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन भाजपा शासनकाल के दौरान नकली शराब से कई लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री उत्तराखंड में सिर्फ झूठ पर परोसन आए थे, इससे ज्यादा कुछ नहीं।
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