उत्तराखंड
गौरवशाली पलः वीर सपूत शहीद मेजर ढौंडियाल मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित…
देहरादून। उत्तराखंड के वीर सपूत देश के लिए जान न्यौछावर करने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को आज ( सोमवार) मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। पुलवामा हमले में शहादत पाने वाले मेजर ढौंडियाल की पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया है। बता दें कि मेजर ढौंडियाल को एक अहम आपरेशन के दौरान पांच आतंकवादियों को मार गिराने और 200 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद कर आतंकवादियों को मजा चखाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। जिससे उनके परिवार में जहां खुशी है। वहीं वीर की शहादत को याद करने के साथ ही प्रदेश के लिए गर्व के पल है।
बता दें कि मेजर विभूति ढौंडियाल…ये वो शख्सियत है, जिसे देश के रक्षा के आगे और कुछ नहीं दिखता था। डर उनके लिए कुछ था ही नहीं। बचपन से ही उन्होंने देश की रक्षा का ख्वाब बुनना शुरू कर दिया था और अपनी मंजिल तक भी पहुंचे। इस वीर सपूत ने हंसते-हंसते देश के लिए अपनी जान दे दी। पुलवामा आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का जन्म 19 फरवरी 1985 को हुआ था। उनके पिता ओमप्रकाश ढौंडियाल का वर्ष 2012 में देहांत हो चुका है। वे कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट्स (सीडीए) में सेवारत रहे। उनकी मां सरोज और दादी देहरादून में रहती हैं। शहीद ढौंडियाल तीन बहनों के इकलौते भाई थे। 18 फरवरी 2019 को मेजर ढौंडियाल जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए एक एनकाउंटर में वीरगति को प्राप्त हुए थे। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद ही पुलवामा के पिंगलान गांव में आतंकियों को ढेर करने के लिए सेना ने एक ऑपरेशन चलाया था। पिंगलान में हुए इस एनकाउंटर में चार सैनिक शहीद हुए थे। इन शहीदों में मेजर रैंक के ऑफिसर विभूति ढौंढियाल भी थे। मेजर ढौंडियाल की शहादत के बाद जब उनका पार्थिव शरीर देहरादून पहुंचा था तो पत्नी नितिका उन पर गर्व किए बिना नहीं रह सकीं।
आपको बता दें कि मेजर ढौंढियाल के पार्थिव शरीर के पास खड़ी नितिका ने अपने पति को सैल्यूट किया था। तब नितिका ने कहा, ‘आपने मुझसे झूठ कहा था कि आप मुझसे प्यार करते हो।आप मुझसे नहीं बल्कि अपने देश से ज्यादा प्यार करते थे और मुझे इस बात पर गर्व है, आई लव यू विभूति’। मेजर ढौंढियाल देहरादून के रहने वाले थे और उनकी मुलाकात नितिका से फेसबुक पर हुई थी। कुछ समय तक बातों और मुलाकातों के बाद दोनों ने शादी का फैसला किया था। नितिका उस समय एचसीएल नोएडा में जॉब कर रही थीं। मेजर ढौंढियाल और नितिका की शादी को 10 माह ही हुए थे और अप्रैल 2019 में दोनों की पहली मैरिज एनिवर्सिरी भी थी।पति की शहादत ने नितिका का हौसला नहीं तोड़ा। सितंबर 2019 में उन्होंने एसएससी का फॉर्म भरा था। सेना के कुछ ऑफिसर्स ने उनका मार्गदर्शन किया। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी नितिका कौल ढौंडियाल ने भी इसी साल आर्मी ज्वाइन की है। वह अब लेफ्टिनेट बन गई है।
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