उत्तराखंड
बड़ी खबरः उत्तराखंड शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन, 600 अफसरों-कर्मचारियों का रोका वेतन, जानें मामला…
देहरादूनः उत्तराखंड में शिक्षा विभाग से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। विभाग ने कारियों और कर्मचारियों की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने सरकारी स्कूलों में अभी तक किताबे न बंटने पर अधिकारियों की क्लास लगाई है। साथ ही DGE ने अपने समेत 600 अफसरों-कर्मचारियों का वेतन रोकने और बच्चों के घर जाकर किताबे पहुंचाने के निर्देश दिए है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार महानिदेशक शिक्षा ने अधिकारियों और कर्मचारियों की इस बड़ी लापरवाही का संज्ञान लेते हुए छात्र-छात्राओं को जब तक किताबें वितरित नहीं होती हैं, तब तक के वेतन पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने स्वयं को भी जिम्मेदार मानते हुए अपने वेतन को भी रोक दिया है। एक सप्ताह के भीतर सभी छात्र-छात्राओं को घर-घर जाकर किताबों का वितरण करने के निर्देश दिए गए है।
बता दें कि प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टियों से पहले ही सभी छात्र-छात्राओं को निशुल्क किताबों का वितरण होना था। लेकिन अभी तक किताबों का वितरण नहीं हो सका । बच्चे किस तरह छुट्टियों में पढ़ाई कर रहे होंगे अभी तक उन्होंने क्या पढ़ा होगा ये बड़ा विषय है। ऐसे में अब इस पर एक्शन लिया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि एक सप्ताह के भीतर सभी छात्र-छात्राओं को घर-घर जाकर किताबों का वितरण किया जाए। इसके साथ ही जहां पर पूरी किताबें बंट जाएंगी, वहां पर प्रमाण पत्र जारी करने के बाद ही अधिकारियों और कर्मचारियों को वेतन दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों में दो माह कक्षाएं संचालित होने के बाद अब गर्मियों की छुट्टियां भी शुरू हो चुकी हैं। लेकिन शिक्षा विभाग (Uttarakhand Education Department) के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण छात्र-छात्राएं दो माह से बिना किताबों के ही पढ़ाई कर रहे थे। जिसकी जानकारी जब शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को मिली, तो विभाग में हड़कंप मच गया। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
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