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IND vs SA 3rd T20: टीम इंडिया के लिए करो या मरो की जंग आज, सता रहा घर में सीरीज हारने का खतरा…
IND vs SA 3rd T20: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली जा रही है। दोनों शुरुआती मुकाबले हारने के बाद टीम इंडिया पर सीरीज हारने का खतरा मंडराने लगा है। खास बात यह है कि भारत फरवरी 2019 के बाद से यानी तकरीबन 40 महीनों से घर पर कोई भी टी20 सीरीज नहीं हारा है।
विशाखापट्टनम में होने वाले सीरीज के तीसरे टी20 में मेन इन ब्लू के लिए करो या मरो की जंग होगी। मेहमान टीम ने शुरुआती दोनों मुकाबले जिस तरह से जीते हैं उसे देखते यह मुश्किल लग रहा है कि भारतीय टीम तीनों बचे हुए मुकाबले जीतकर यहां से भी सीरीज अपने नाम कर पाएगी।
2019 से घर पर टी20 सीरीज नहीं हारा भारत
भारतीय टीम ने अपनी घरेलू सरजमीं पर पिछले करीब 40 महीने से कोई भी टी20 सीरीज नहीं हारी है। आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फरवरी 2019 में 2-0 से हराया था। इसके बाद से भारत ने 8 सीरीज घर पर खेली हैं जिसमें से 7 में उसे जीत मिली है और एक ड्रॉ रही है। भारत ने पिछली तीन सीरीज में क्रमश: न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ क्लीन स्वीप भी किया था। वहीं इतने लंबे अंतराल के बाद अब भारत के ऊपर सीरीज हारने का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि अभी तीन मैच बाकी हैं और सीरीज जीतने के लिए सभी मेजबानों को जीतने होंगे।
टीम इंडिया के आगे होंगी यह चुनौतियां
दिल्ली में 7 विकेट और कटक में 4 विकेट से हार झेलने के बाद अब करो या मरो की स्थिति में पहुंची भारतीय टीम मंगलवार 14 जून 2022 को तीसरे मैच में सीरीज में बने रहने के इरादे से उतरेगी। इल मुकाबले में खराब फॉर्म में चल रहे स्पिनरों, सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ और स्वयं रन बनाने के लिए जूझ रहे कप्तान ऋषभ पंत पर काफी दबाव होगा। भारत लगातार 12 मैच जीतकर इस श्रृंखला में उतरा था लेकिन दक्षिण अफ्रीका की मजबूत टीम के सामने पहले दो मैचों में उसकी एक नहीं चली।
पंत की अगुवाई वाली भारतीय टीम कई विभागों में संघर्ष करती नजर आ रही है। कटक में हार के बाद उसे महज एक दिन के अंदर इन कमजोरियों को दूर करना होगा। पहले मैच में भारतीय टीम खराब गेंदबाजी के कारण हारी तो दूसरे मैच में बल्लेबाजों ने निराश किया। ईशान किशन ने दोनों मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन रुतुराज केवल 23 और एक रन बना पाए हैं। तेज गेंदबाजों के सामने उनकी तकनीक पर सवाल भी उठने लगे हैं। श्रेयस अय्यर ने अच्छी शुरुआत की है लेकिन वह अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाए हैं जिससे आगे के बल्लेबाजों पर दबाव बन रहा है।
हार्दिक पंड्या से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद?
हार्दिक पंड्या ने पहले मैच में कुछ दर्शनीय शॉट लगाS थे लेकिन कटक के विकेट पर वह कुछ खास नहीं कर पाए। दोनों मुकाबलों में वह गेंदबाजी में नाकाम साबित हुए हैं। उधर केएल राहुल के चोटिल होने के कारण कप्तानी का जिम्मा संभालने वाले पंत अब तक 29 और पांच रन बना पाए हैं। कप्तान के रूप में पंत के फैसलों पर भी सवाल उठ रहे हैं। पहले मैच में युजवेंद्र चहल के पूरे ओवर नहीं हुए थे। तो दूसरे मैच में अक्षर पटेल को दिनेश कार्तिक से पहले भेजने का निर्णय गलत साबित हुआ था। उनसे एक कप्तान और एक खिलाड़ी के रूप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
गेंदबाजों ने बढ़ाई चिंता
गेंदबाजी में युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल की स्पिन जोड़ी ने अब तक निराश किया है। डेविड मिलर, रासी वान डेर डुसेन और हेनरिक क्लासेन जैसे बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ आसानी से रन बनाए हैं। तीसरे मैच में इनमें से किसी एक को बाहर किया जा सकता है। टीम प्रबंधन युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को अंतिम-11 में शामिल कर सकता है। भुवनेश्वर कुमार को छोड़कर भारतीय गेंदबाज विकेट लेने में असफल रहे हैं। भारतीय गेंदबाज एक या दो ओवरों में रन लुटाकर पहले की गई मेहनत पर पानी फेर दे रहे हैं। दोनों ही मैचों में यह चीज देखने को मिली है।
दोनों टीमों के स्क्वॉड इस प्रकार हैं:-
भारत: ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), रुतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, आवेश खान, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक।
साउथ अफ्रीका: तेम्बा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, एडेन मार्करम, डेविड मिलर, लुंगी एनगिडी, एनरिक नॉर्किया, वायने पार्नेल, ड्वेन प्रिटोरियस, कगिसो रबाडा, तबरेज़ शम्सी, ट्रिस्टन स्ट्रब्स, रासी वान डेर डुसेन, मार्को यानसन।
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