उत्तराखंड
इंसानियत शर्मसारः देहरादून में घायल सिपाही की मदद की जगह वीडियो बनाती रही पुलिस, मौत…
देहरादूनः इंसानियत को शर्मसार करती घटना देहरादून से आ रही है। यहां एक पुलिसकर्मी की दर्दनाक हादसे में मौत हो गई है। हादसे के समय की जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वह शर्मसार करने वाली है। सिपाही सड़क पर तड़प रहा है तो वहीं उसके ही साथी यानी की अन्य पुलिसकर्मी मदद के बजाए वीडियो बना रहे है। जिस पर सवाल उठ रहे है। कहा जा रहा है कि यदि सिपाही को समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। मामले में डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने एसपी सिटी को जांच के निर्देश दे दिए।
ऐसे हुआ हादसा
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार देहरादून पुलिस लाइन में तैनात सिपाही राकेश राठौर बाइक पर हरिद्वार से देहरादून की तरफ आ रहे थे। तभी बीच रास्ते में हर्रावाला के पास सिपाही की बाइक डिवाइडर से टकरा जाती है, जिससे राकेश राठौर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। मामले की जानकारी मिलते ही चीता पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस को कॉल किया।
एंबुलेंस का करते रहे इंतजार
आरोप है कि घायल साथी राकेश राठौर को अस्पताल ले जाने की बजाय पुलिसकर्मी एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। सिपाही राकेश राठौर सड़क पर पड़ा हुआ कराह रहा था, वीडियो में साफ दिखाया गया कि राकेश खुद से उठने की हिम्मत कर रहा था। लेकिन पुलिस वालों ने उसकी कोई मदद नहीं की। लेकिन चीता पुलिस के जवान उसे पानी पिलाने या फिर उसकी मदद करने के बजाए उसका वीडियो बना रहे थे और एंबुलेंस का इंतजार कर रहे थे।
20 मिनट की देरी से पहुंची एंबुलेंस
बताया जा रहा कि 108 एम्बुलेंस करीब 20 मिनट की देरी से मौके पर पहुंची।हालांकि बाद में एंबुलेंस के जरिए राकेश को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यहां सवाल यही खड़ा हो रहा है कि यदि चीता पुलिस के जवान समय रहते राकेश को हॉस्पिटल में भर्ती करा देते तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
डीआईजी ने दिए जांच के निर्देश
वहीं मामले में डीआईजी ने जांच बिठाने की बात की है। उन्होंने बताया कि सिपाही यह वीडियो किन परिस्थितियों में बना रहे थे, इसकी जांच की जा रही है। जो भी तथ्य आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई करेंगे।
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