उत्तराखंड
उत्तराखंड: बाराकोट में भीषण हादसे के बाद पसरा मातम, 9 लोगों की चिताएं जलीं
किसी ने सोचा भी नहीं था कि देवभूमि में ऐसा भीषण हादसा होगा। गांव वालों के आंसू थम नहीं रहे, हादसे में अपनों को खोने का गम उनकी आंखों में साफ देखा जा सकता है। जी हां उत्तराखंड के बाराकोट में शव यात्रा वाहन हादसे में मारे गए 8 लोगों और बेटे की मौत के सदमे में दम तोड़ने वाले पिता का अंतिम संस्कार किया गया। गांव में एक के बाद एक 9 चिताएं जलीं तो माहौल गमगीन हो गया। अचानक हुए इस हादसे में ज्यादातर गांव वालों ने किसी अपने को खो दिया है। गांव में मातम पसरा है, लोगों के आंसू रुक नहीं रहे। उन्हें अब तक यकीन नहीं हो रहा कि हादसे में मारे गए उनके परिजन अब कभी परिवार के पास नहीं लौट पाएंगे। रामेश्वर घाट पर 9 लोगों का एक साथ अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले हादसे में मारे गए लोगों का बाराकोट में पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के परिजन 6 शवों को लेकर रामेश्वर घाट पहुंचे, यहां मिरतोली गांव से भी तीन शव लाए गए थे। गांव के 9 लोगों की चिताएं रामेश्वर घाट पर एक साथ जलीं। बता दें कि रविवार को लीसा डिपो के पास शव यात्रा का वाहन गहरी खाई में गिर गया था, हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं हादसे में एकलौते बेटे की मौत से गमजदा एक युवक के पिता ने भी दम तोड़ दिया था। हादसे में मारे गए सभी लोगों का गांव वालों ने गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया। सड़क हादसे में घायल लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। हर दिन होते हादसों से देवभूमि का सीना छलनी हो रहा है। ऐसे में कब इन हादसों पर लगाम लगेगी ? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं। हमारी भी आपसे ये ही अपील है कि पहाड़ में हमेशा संभलकर ही वाहन चलाएं।
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