उत्तराखंड
बिग ब्रेकिंग:15 तारीख से ठेके बंद? क्या है वजह? पढ़िए पूरी खबर!!
UT- अनुज नेगी
उत्तराखंड सरकार की शराब नीति एक बार फिर से फैल साबित होने वाली है,सरकार की शराब नीति में कोविड-19 का अतिरिक्त टैक्स शराब कारोबारी पर अभी से बोझ बनने लगा है,जिससे शराब कारोबारी परेशान नजर आने लगे हैं।
जनपद ऊधमसिंह नगर के शराब व्यापारी अपने सरकार की शराब नीतियों से खासे परेशान हो रखे है,सरकार द्वारा कोविड-19 से लिया जाने वाला टैक्स उन्हें बिल्कुल भी नहीं रास आ रहा है।

शराब व्यापारियों ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 15 मई से जिले के सभी ठेके को अनिश्चितकालीन के लिए बन्द किए जाने के सम्बंध में अवगत कराया है।
जनपद ऊधमसिंह नगर के शराब व्यापारियों ने देसी व अंग्रेजी शराब का अधिभार कम कराने की मांग को लेकर जिला अधिकारी को ज्ञापन भेजा है जिसमें शीघ्र अधिभार कम ना होने पर शराब व्यापारियों ने 15 मई से अनिश्चितकालीन के लिए शराब की दुकानों को बंद करने का ऐलान कर दिया है।

जिला अधिकारी को दिए ज्ञापन में शराब व्यापारियों का कहना है कि उनको 19 मार्च को लॉटरी सिस्टम से द्वारा शराब की दुकानें आवंटित की गई थी जिसका उन्हें लाइसेंस फीस और प्रथम प्रतिभूति भी जमा करा दिया है।

पंजाब सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की तरह कोटा प्रणाली समाप्त करने के साथ ही अनुज्ञापि यो द्वारा जमा की गई धनराशि वापसी करने की मांग की गई है शराब व्यवसायियों ने सरकार से उनकी मांग पर कार्रवाई करने की बात कही है।

उनका कहना है कि यदि उनकी

मांगे पूरी नहीं होती है तो तो 15 मई से शराब की दुकानें अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद कर दी जाएंगी।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी महासम्मेलन में उत्तराखंड के देवव्रत पुरी गोस्वामी को सम्मानित किया गया
मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर, श्रीनगर में आयोजित छात्रसंघ शुभारंभ समारोह में प्रतिभाग किया
सनफॉक्स ने मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में पहला मरीज अनुभव केंद्र (Patient Experience Center) शुरू किया
घुसपैठियों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में सहायता करने वाले लोगों के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही होगी
आईएसबीटी चौक से आउटफॉल तक ड्रेनेज सिस्टम और नाले की सफाई कार्य युद्धस्तर पर जारी
