उत्तराखंड
गौरीकुंड में अवैध ढाबों पर चला बुलडोजर, हटाई जाएंगी नदी किनारे की दुकानें…
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड त्रासदी ने प्रशासन को हिला कर रख दिया है, जिसके बाद प्रशासन अब एक्शन मोड पर आ गया है। प्रशासन ने गौरीकुंड में अस्थायी दुकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है।
प्रशासन ने दैवीय आपदा की दृष्टि से रुद्रप्रयाग गौरीकुंड में हाईवे किनारे अतिसंवेदनशील स्थानों पर अवैध रूप से बनाए गए निर्माणों को खाली कराने के साथ ध्वस्त कर दिया है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक कुल 150 दुकानें चिन्हित की गई हैं। उखीमठ के उप जिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नोटिस देकर दुकान स्वामियों से तत्काल अपने प्रतिष्ठान हटाने को कहा गया है। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अवैध रूप से बनाई गई सभी दुकानों को सुरक्षा के मद्देनजर हटाया जाएगा। गौरीकुंड कस्बा दैवीय आपदा की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। यहां हाईवे भी काफी संकरा है, जिससे हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बावजूद इसके हाईवे के किनारे गौरीकुंड की ओर लगभग एक किमी हिस्से में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हुए हैं।
भूस्खलन हादसे के बाद प्रशासन ने इन निर्माणों को हटाने का निर्माण लिया। वहीं, जिन व्यक्तियों के ढाबे हटाए गए, उनका आरोप है कि प्रशासन ने बिना नोटिस के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की, जिससे ढाबों में रखा सामान भी नष्ट हो गया।
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