उत्तराखंड
Uttarkashi Tunnel Accident Update: 6ठवें दिन भी सुरंग में फंसे है 40, मशीन में खराबी आने से रूका काम, दिए गए ये निर्देश…
Uttarkashi Tunnel Accident Update: उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले की यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में तकरीबन 40 मजदूर फंसे हैं। मजदूरों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन आज छठवें दिन भी जारी है। पांच दिन बीतने के बाद अब समय के साथ सुरंग में फंसे मजदूरों का सब्र अब जवाब देता दिख रहा है। जहां मलबे के बीच पाइप डालने का काम भी पूरा करने की जद्दोजहद तेज है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। सीएम के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव ने आज सचिवालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया तथा महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
बता दें कि उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू मामले में एनएचआई डीसीएल के डायरेक्टर अंशु मनीष,अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार मोर्चा संभाले हुए हैं। इन तीनों अधिकारियों के हाथों में 40 मजदूरों की जिंदगी दिख रही है। एसीएस राधा रतूड़ी ने अधिकारियों संग बैठक कर सिल्क्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की अद्यतन स्थिति एवं टनल में फंसे श्रमिकों की कुशलक्षेम की जानकारी ली। इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश हैं कि रेस्क्यू कार्यों में लगी सभी टेक्निकल एंजेसियों को शासन-प्रशासन एवं अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक सहयोग एवं सहायता समय पर उपलब्ध करवायी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बचाव कार्यों में लगी एजेंसियों और जिलाधिकारी उत्तरकाशी से निरन्तर अपडेट ले रहे हैं तथा कमिश्नर गढ़वाल एवं आईजी गढ़वाल के निरन्तर सम्पर्क में हैं। एसीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई की है। केन्द्र सरकार के स्तर से भी रेस्क्यू ऑपरेशन की निरन्तर निगरानी की जा रही है तथा राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिल रहा है। हालांकि अब ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी आने के बाद से सुरंग में पाइप डालने का काम बंद है। अब तक सुरंग में करीब 25 मीटर तक ही पाइप डाला गया है। जबकि सुरंग में मलबा करीब 70 मीटर तक है।
गौरतलब है कि सिल्क्यारा सुरंग 12 नवंबर को दिवाली के दिन ढह गई थी. स्थानीय बचाव दलों के अथक प्रयासों के बावजूद, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों की वजह से बचाव अभियान अभी तक सफल नहीं हो सका है. बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए भारतीय वायुसेना के हरकुलिस विमान की मदद से हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन निर्माणाधीन सुरंग तक पहुंचायी गई है. साथ ही अन्य मशीनों की मदद से भी मलबा हटाने की कार्यवाही युद्धस्तर पर जारी है। मशीन ने अब तक 25 मीटर से ज्यादा ड्रिल कर लिया है और पाइप अंदर डाले गए हैं। जो लोग अंदर फंसे हुए हैं उनके लिए पूरे प्लान तैयार किए गए हैं डॉक्टर का भी अरेंजमेंट किया गया है।
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