उत्तराखंड
अच्छी खबर: मनरेगा के तहत अब सौ दिन नहीं दो सौ दिन का मिलेगा काम,राज्य ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव
देहरादून। मनरेगा के तहत उत्तराखंड में अब सौ दिन नहीं बल्कि 200 दिन तक काम देने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए राज्य सरकार ने केंद को प्रस्ताव भी भेज दिया है।
सब कुछ ठीक रहा तो जल्द यह योजना परवान चढ़ जाएगी और मनरेगा के तहत काम करने वालों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। खास बात यह भी है कि राज्य सरकार ने केंद्र से मनरेगा के तहत कृषि कार्य करने की भी अनुमति मांगी है।
पिछले वर्ष के मुताबिक अधिक जुड़े इस वर्ष मनरेगा से
मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर शासन के मुताबिक
मनरेगा से प्रदेश में जुड़ने वालों की संख्या अब पांच लाख से अधिक हो गई है।
स्टेट कोर्डिनेटर मोहम्मद असलम ने बताया कि करीब 5.10 लाख श्रमिक इस योजना से जुड़ गए हैं। प्रदेश में मनरेगा के तहत सामान्य रूप से करीब 10 लाख श्रमिक हर साल जुड़ते हैं। इस बार लॉक डाउन के कारण 20 अप्रैल से मनरेगा के तहत काम शुरू हो पाए थे।
खास बात यह है कि इस बार करीब 60 हजार नए श्रमिक इस योजना से जुड़े हैं जिसमे अधिक संख्या प्रवासियों की बताई जा रही है।
अभी मिल रहा 32 दिन का रोजगार
प्रदेश में वर्तमान समय मे 32 दिन का रोजगार दिया जा रहा है। जो राष्ट्रीय औसत से कम है। मनरेगा की सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि प्रदेश में कुल वर्कफोर्स में से करीब पचास प्रतिशत महिलाएं हैं। अब न्यूनतम सौ दिन का रोजगार होने पर विभिन्न योजनाओं का विस्तार भी सरकार को करना होगा ताकि कम से कम छह माह तक लोगों को बराबर काम मिलता रहे।
वर्ष के हिसाब से लोगों को रोजगार देने का ब्यौरा
2015-16 7.51 लाख
2016-17 7.95 लाख
2017-18 7.35 लाख
2018-19 4.45 लाख
2019-20 5.10 लाख (माह जुलाई तक)
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