टिहरी गढ़वाल
आपदा: आपदा की बरसात से काश्तकारों की मेहनत मलबे की भेंट..
नरेंद्रनगर। वाचस्पति रयाल
बरसात के इन दिनों में भारी बारिश के चलते विकासखंड नरेंद्र नगर के गांव भिंगार्की व कखूर में काश्तकारों के फसलों से लहलहाते खेत बारिश के मलबे की भेंट चढ़ गए तो कईयों की मकान सड़क के कच्चे पुस्ते के धंसने से खतरे की जद में आ गए।
सूचना मिलने पर क्षेत्र के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने भिंगार्की और कखूर गांव का दौरा किया।मौके पर पहुंच काश्तकारों से संपर्क साधने के साथ नुकसान का भी जायजा लिया।
मौके से ही पूर्व विधायक ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से दूरभाष पर संपर्क कर क्षेत्र में हुए नुकसान का मौका-मुआयना कर रिपोर्ट शासन को भेजने को कहा। ताकि पीड़ितों को समय से राहत मिल सके।
भिंगार्की गांव के जाखणी तोंक पर काश्तकारों के लहलहाते सांवा,मंडुवा, राजमा,अदरक जैसे लहलहाते फसलें व खेत भारी बारिश में आए मलबे की भेंट चढ़ गए।
पैदल मार्ग और पेयजल पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
भिंगार्की के जाखणी में इनके खेत चढ़े मलबे की भेंट
जाखणी तोंक पर भारी बारिश से आये भूस्खलन में बलबीर सिंह भंडारी,शूरवीर सिंह, महावीर सिंह,वीर सिंह,बुद्धि सिंह,वीरेंद्र सिंह,हुकुम सिंह, प्रताप सिंह,मंगल सिंह,धर्म सिंह,कुमला देवी, महेंद्र सिंह भंडारी आदि काश्तकारों के खेत मलबे की भेंट चढ़ गए।
कखूर गांव में इनके खेत चढ़े मलबे की भेंट
उधर कखूर गांव में सुंदर सिंह रमोला, तेज सिंह,सूरत सिंह, कल्याण सिंह,अजय सिंह, चतर सिंह,पूर्ण सिंह रमोला के खेत बरसाती मलबे की भेंट चढ़ गए।
इनके मकान आए खतरे की जद में
हिंडोलाखाल-देवलधार-कखूर मोटरमार्ग पर कखूर के पास पीएमजीएसवाई का रोड पर बना पुस्ता धंसने से सड़क के ऊपर दरार पड़ गयी है जिससे भारी बोल्डर के डहने का खतरा पैदा हो गया है और जगमोहन सिंह भंडारी,सुंदर सिंह रमोला,पदम सिंह, कमला देवी के मकान को खतरा पैदा हो गया है।
पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने काश्तकारों को हुई फसलों के नुकसान का मुआवजा देने और क्षतिग्रस्त हुए खेतों,पैदल मार्गों व पेयजल पाइप लाइनों को तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए।
भिंगार्की के ग्राम पंचायत प्रधान सुरेंद्र सिंह धमांदा, सहित ग्राम पंचायत की पूर्व प्रधान ममता भंडारी, सामाजिक कार्यकर्ता गंभीर सिंह धमांदा,राजेंद्र सिंह गुसाईं व पूरन सिंह पुंडीर ने शासन/ प्रशासन से मांग की है कि काश्तकारों को नुकसान हुई फसलों का उचित मुआवजा दिया जाए तथा
क्षतिग्रस्त हुए खेतों पैदल मार्गों व पेयजल पाइप लाइनों की तुरंत मरम्मत की जाए। उक्त कार्यों में ढील बरतने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
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