उत्तराखंड
मुहीम: यमकेश्वर में मौज मस्ती करने पहुंचे तो लाठी डंडों से होगा स्वागत, ग्रामीण महिला दे रही इलाके में पहरा,जानिए पूरा मामला
पौड़ी। कोटद्वार के पास यमकेश्वर की पहाड़ियों पर बसे चरेख और पुलिंडा गांव की सड़कों पर इन दिनों गांव की महिलाओं ने डेरा डाला हुआ है। हाथ में लाठी-डंडा लिए दर्जनों महिलाएं घंटों सड़क पर पहरा दे रही हैं।
कोई भी युवक बेवजह गांव में आने की कोशिश करता है तो महिलाएं उससे पूछताछ कर उसे वापस भगा देती हैं। दरअसल यह सब कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं बल्कि मौज-मस्ती के नाम पर पहाड़ों पर पहुंच कर अराजकता फैला रहे युवाओं को रोकने के लिए किया जा रहा है।
माहौल खराब कर रहे युवा
कोटद्वार में रहने वाले युवक-युवतियों के लिए पुलिंडा-चरेख रोड काफी समय से घूमने और पार्टी करने की जगह बन चुकी थी। सैकड़ों की तादाद में लोग इन सड़कों पर पहुंच रहे थे। कभी शराब की पार्टियां तो कभी युवक युवतियों की अश्लील हरकतों के चलते गांव का माहौल खराब होने लगा था।
आए दिन अराजक तत्वों का गांव की सड़कों पर तांता लग जाता तो कभी पार्टी के नाम पर शराब पीकर युवा हुड़दंड मचाते दिखते।
इन सब से परेशान महिलाओं ने कई बार प्रशासन से इसकी शिकायत भी की लेकिन हालात पर काबू नहीं किया जा सका। ऐसे में आवारागर्दी रोकने के लिए गांव की महिलाओं ने एकजुट होकर अराजक तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गांव की महिलाएं अपने हाथों में डंडा लिए घंटों गांव की सड़कों पर पहरा देती हैं और आवारागर्दी करने के लिए पहाड़ों पर पहुंच रहे लोगों को खदेड़ देती हैं।
महिलाओं का कहना है कि उनके गांवों में घूमने के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए मनाही नहीं है। लेकिन पहाड़ों में शराब और अश्लील हरकतें कर गांव का माहौल खराब करने वालों को गांव में आने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
महिलाओं के इस कदम के बाद अब प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है। पुलिस की ओर से गांव में पुलिस गश्त बढ़ाई गई है, साथ ही अराजक तत्वों की धरपकड़ और वाहनों के चालान भी किए जा रहे हैं।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें