रुद्रप्रयाग
गौरव: पहाड़ का नौनिहाल मयंक बना परमाणु वैज्ञानिक, इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र कलपक्कम चेन्नई में हुआ चयन।
रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के युवा आज हर क्षेत्र में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और अपनी प्रतिभा से उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं। पहाड़ की युवा लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपना नाम सफल लोगों की सूची में दर्ज करा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के क्यूंजा घाटी के कंडारा गांव निवासी मयंक रावत ने परचम लहराया है।
मयंक रावत का चयन इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र कलपक्कम चेन्नई में परमाणु वैज्ञानिक के पद पर हुआ है। मयंक वहां परमाणु वैज्ञानिक के तौर पर काम करेंगे। मयंक रावत ने प्रदेश सहित जिले का नाम रोशन किया है इसके लिए स्थानीय जन-प्रतिनिधियों ने मयंक को शुभकामनाएं और बधाई दी है।
मयंक रावत अगस्त्यमुनि के क्यूंजा घाटी के कंडारा गांव निवासी हैं। 2012 में केंद्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि से हाईस्कूल की परीक्षा तथा इसके बाद नवोदय विद्यालय जाखधार से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की है। उसके बाद मयंक ने एनआईटी श्रीनगर गढ़वाल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। वर्तमान में वह आईआईटी मद्रास से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। बीते वर्ष ही मयंक रावत ने आईआईटी मद्रास में एमटेक में प्रवेश लिया है।
मयंक के पिता विजयपाल सिंह रावत पौड़ी जिले में सीईओ कार्यालय में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तैनात हैं और माता कमला रावत एक गृहिणी हैं। उनके पिता ने बताया कि 18 जनवरी को मयंक को ज्वाइनिंग के लिए बुलाया गया है। जनपद के युवा के परमाणु वैज्ञानिक बनने पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने खुशी जताते हुए बधाई दी है और कहा कि मयंक ने क्षेत्र, जनपद सहित प्रदेश का मान बढ़ाया है।
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