देहरादून
नर्सिंग भर्ती: युवाओं को मिली राहत, नर्सिंग भर्ती में अनुभव की शर्त खत्म..
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें कई फैसलों पर मुहर लगाई गई। जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नर्सिंग की भर्ती में मानकों में संशोधन का भी फैसला लिया। पूर्व में मुख्यमंत्री ने नर्सिंग प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं के ज्ञापन का संज्ञान लेकर सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए थे कि आवश्यक संशोधन का प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र आगामी कैबिनेट में लाया जाए।
शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में राज्य सरकार ने बेरोजगारों को राहत देते हुए अब नर्सिंग भर्ती में एक साल की अनुवभ अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। सीएम त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि पूर्व में नर्सिंग भर्ती में एक वर्ष का अनुभव रखा गया था। जिसे अब समाप्त कर दिया गया है।
आप को बता दें कि राज्य में 1200 से ज्यादा पदों पर नर्सिंग स्टाफ की भर्ती होने जा रही है। लेकिन भर्ती के लिए 30 बेड के अस्पताल से एक साल के अनुभव और फार्म 16 की अनिवार्यता के कारण कई नर्सिंग प्रशिक्षित युवा इस भाग लेने से वंचित हो रहे थे। इस पर नर्सिंग प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन देकर मानकों में ढील देने की मांग की थी। जिससे अधिक से अधिक नर्सिंग प्रशिक्षित युवा इसमें भाग ले सकें।
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