देहरादून
तस्करी: गांजे की खेप के साथ महिला समेत दो गिरफ्तार, बिहार से लेकर आ रहे थे गांजा…
देहरादून: उत्तराखंड में नशे का कारोबार का काला सच किसी से छिपा नहीं है। ‘ड्रग्स मुक्त राज्य’ के संकल्प के बीच नशे का कारोबार तेजी से बढ़ाता जा रहा है। कई वर्ष की कार्रवाई के बावजूद नशे के सौदागर उत्तराखंड में ड्रग्स की तस्करी कर युवाओं के रगों में जहर घोलने रहे हैं।
उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक नशे की तस्करी की जा रही है। कॉलेज के बच्चों से लेकर युवाओं को नशा बेचकर उन्हें नशे का आदी बनाया जा रहा है और उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। पड़ोसी राज्य यूपी के बरेली से भी आए दिन तस्कर नशे का सामान लाकर उत्तराखंड में बचते हैं।
राजधानी में तस्करी का नया मामला सामने आया है जिसमें एक महिला व पुरुष बिहार से गांजा तस्करी कर उत्तराखंड ला रहे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत के दिशा निर्देशन में जनपद में चलाए जा रहे नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने 40 किलो गांजे के साथ एक महिला व पुरुष को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि यह गांजा वह बिहार से लेकर आ रहे हैं तथा देहरादून में अलग-अलग क्षेत्रों में बेचना था।
जानकारी के मुताबिक कबाडी बाजार पुल निकट कारगी चौक पर संदिग्ध वाहनों की चैकिंग सीओ सदर अनुज कुमार के निकट प्रयेक्षण में थाना प्रभारी पटेलनगर प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा की जा रही थी। चैकिंग के दौरान पुलिस टीम ने अभियुक्त रमेश पुत्र प्रकाश साहनी निवासी ब्रहमपुरी पटेलनगर देहरादून को अवैध 22 किलो गांजा व रीना पत्नी विजय साहनी निवासी ब्रहमपुरी थाना पटेलनगर देहरादून को 18 किलो को कुल 40 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह गांजा बिहार से लेकर आ रहे हैं, जिसे उन्होंने देहरादून मे अलग-अलग स्थानों में बेचना था। थाना पटेलनगर में अभियुक्त रमेश के विरुद्ध मुकदमा धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट बनाम व रीना देवी नाम पंजीकृत किया गया। पुलिस द्वारा पकड़े गए अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
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