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सावधान: कोरोना की दूसरी लहर ने मचा रखा है कोहराम, तीसरी लहर का भी अलर्ट..
देहरादून: देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कहर से कराह रहा है। अस्पताल भरे पड़े हैं। मरीजों को बेड नहीं मिल रहे। बेड मिल भी गए तो मेडिकल ऑक्सिजन नहीं मिल पा रही है। ऑक्सिजन की कमी से कई मरीज आये दिन दम तोड़ रहे हैं। अस्पतालों में रेमडेसिविर जैसी दवाइयां नहीं हैं, मरीजों के परिजनों को इसके लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, गुहार लगानी पड़ रही है। देश में कोरोना की दूसरी लहर से हालात पहले से बेकाबू हैं और इस बीच केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन ने इस महामारी को लेकर एक और गंभीर चेतावनी दी है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा कि जिस तरह तेजी से वायरस का प्रसार हो रहा है कोरोना महामारी की तीसरी लहर आनी तय है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह तीसरी लहर कब और किस स्तर की होगी।
हमें पहले से तैयार रहने की जरूरत:-
केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर भी आकर रहेगी इसे कोई रोक नहीं सकता। लेकिन यह कब और कैसे आएगी अभी इस बारे में कहा नहीं जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि हमें कोरोना की नई लहर के लिए तैयार रहना होगा। वैसे भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कोरोना की तीसरी क्या चौथी लहर देख रही है। देश में कोरोना की तीसरी लहर का मतलब है दिल्ली में कम से कम पांचवीं लहर का आना। लिहाजा पहले से भी कई गुना ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इसलिए अगर मौजूदा लहर ढलान की तरफ जाए तब भी बहुत ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। लंबी लड़ाई है और सतर्कता व ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन ही मात्र बचाव हैं।
कम इम्युनिटी वाले कोरोना के चपेट में:-
दूसरी लहर इसलिए बढ़ी क्योंकि जो इम्युनिटी बनी थी वह इतनी नहीं थी की संक्रमण को रोक सके। कम इम्युनिटी और बचाव के कदमों में ढिलाई से दूसरी लहर ज्यादा मजबूत हुई। वायरस का म्यूटेशन इस तरह आएगा इसका भी अनुमान नहीं था। म्यूटेशन के साथ वायरस के फैलने की क्षमता भी बढ़ी। जहां इम्युनिटी थी वहां वायरस को घुसने का मौका नहीं मिला तो वायरस ने रूप बदला और कम इम्युनिटी वालों को संक्रमित किया।
संक्रमित करने का नया तरीका ढूंढेगा वायरस:-
मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा कि जब वैक्सीनेशन बढ़ेगा तो वायरस लोगों को संक्रमित करने के नए तरीके ढूंढेगा, जिसके लिए हमें तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अपना रूप बदलता रहता है। इसलिए हमें वैक्सीन और दूसरे पहलुओं पर रणनीति बदलती रहनी होगी। दुनिया भर में साइंटिस्ट देख रहे हैं कि वायरस किस किस तरह बदल सकता है और उसी हिसाब से उसे रोकने की तैयारियों पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि वायरस को कोई भी वेरियंट हो वह एक ही तरीके से फैलता है ह्यूमन टू ह्यूमन। इसलिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोरोना को रोकने के लिए जो भी बिहेवियर करना है उसका पालन करते रहना होगा।
दूसरी लहर में ही तबाह स्वास्थ्य विभाग:-
देश में हर रोज कोरोना से करीब 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। लगातार साढ़े 3 लाख से ज्यादा नये कोरोना संक्रमितों का पता चल रहा है। सबसे भयावह बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को फेफड़ों में संक्रमण और हार्ट अटैक की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
कोरोना वैक्सीन पर भी दी जानकारी:-
देश में कोविड वैक्सीन की व्यवस्था पर जानकारी देते हुए संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार ने 16 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन के डोज देशभर में फ्री में लगाए हैं। 45 साल से अधिक उम्र के 12.31 करोड़ लोगों को टीका लगाया गया है, स्वास्थ्य कर्मियों के बीच यह संख्या 1.58 करोड़ है। उन्होंने कहा कि लगभग 2.09 करोड़ फ्रंटलाइन वर्करों का भी वैक्सीनेशन किया गया है, जबकि 18 साल से 44 साल के बीच के 6.71 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है।
प्रदेशों की स्थिति पर भी की चर्चा:-
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने देश की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश सहित 12 राज्यों में 1 लाख से अधिक एक्टिव मामले हैं, जबकि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार उन राज्यों में से हैं जहां रोज संक्रमण के मरीजों में बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में पिछले एक सप्ताह में संक्रमण में 1.49 नए केस मिले हैं। इसी तरह चेन्नई में 38 हजार नए केस मिले है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में कई लोगों की जान गईं। मौत के मामलों में देश में करीब 2.4 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई है।
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