उत्तराखंड
कोरोना का कहर: रोज टूटते संक्रमण के रिकॉर्ड, आज मिले 2402 पॉजिटिव केस। 17 मरीजों की मौत..
देहरादून: प्रदेश में कोरोना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। जिसको लेकर शासन प्रशासन खासी चिंतित है। कुछ लोग की नियमों की अनदेखी के चलते कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है। अगर इसी तरह से प्रदेश में कोरोना के मामले आते रहे तो पिछले साल से भी बदतर हालात होने में देरी नहीं लगेगी। कुछ लोगों की लापरवाही के चलते आए दिन कोरोना के आंकड़ों में बढ़ोतरी होती जा रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा खराब हालात हरिद्वार और देहरादून की हैं। उत्तराखंड में कोरोनावायरस कोविड-19 ने आज फिर इस साल के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक आज राज्य में 2402 नए मामले सामने आए हैं जबकि 17 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 118646 हो गई है जबकि 1080 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इसके अलावा शुक्रवार को 17 मरीजों की मौत भी हुई है और कुल मौत का आंकड़ा 1819 हो गया है। राज्य में 13546 केस एक्टिव हैं। रिकवरी रेट 85.01 प्रतिशत हो गया है।
आज देहरादून में 1051, हरिद्वार में 539, नैनीताल में 296, ऊधमसिंह नगर में 220, अल्मोड़ा में 48, बागेश्वर में 19, चमोली में 29, चंपावत में 52, पौड़ी में 76, पिथौरागढ़ में 2, रुद्रप्रयाग में 17, टिहरी में 39 और उत्तरकाशी में 14 मामले सामने आए हैं। कोरोना मरीजों में जिस प्रकार रोजाना वृद्धि हो रही है, उससे निपटने के लिए शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं, किंतु यह अभियान तभी सफल हो पाएगा, जब इसमें अधिक से अधिक जनसहभागिता मिलेगी। यानि कि आम जन अपनी-अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण करते हुए कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करें तो स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सकता है। ऐसे में प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक को चाहिए कि दो गज दूरी, मास्क है जरूरी के फार्मूले को अपनाने में कोई लापरवाही न बरते।
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