चमोली
विरोध: ग्रामीण काश्तकारों ने सिंचाई विभाग के जेई को बनाया बंधक, जानिए पूरा मामला…
पोखरी /चमोली: जनपद चमोली के पोखरी ब्लॉक के बमोथ गांव की महिलाओं ने सिंचाई विभाग की जेई जी को बनाया बंधक। ग्रामीण गांव में कृषि के लिये बनाई गई नहर का सुधारीकरण करने की मांग उठा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री तक आठ वर्षों में नहर सुधारीकरण की मांग की गई। लेकिन वर्तमान तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। ऐसे में कृषि के बूते काश्तकारों की आय दोगुनी करने को लेकर सरकार के प्रयासों का सहज ही अंदाजा लगाया सकता है। बता दें कि पोखरी ब्लॉक के बमोथ गांव में कृषि कार्य के लिये सिंचाई विभाग की ओर संचालित नहर वर्ष 2013 की आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थी। यहां नहर का करीब 30 फीट हिस्सा भूस्खलन की भेंट चढ गया था। जिसके बाद से ग्रामीणों की ओर से यहां नहर के सुधारीकरण की लगातार मांग की जा रही है। लेकिन वर्तमान तक यहां विभाग की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था कर नहर का संचालन किया जा रहा है। जिससे बार-बार नहर में पानी की सप्लाई बाधित हो रही है। जो काश्तकारों के लिये सिरदर्द बना हुआ है। ऐसे में मंगलवार को जब सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता दिनेश चंद्र बमोथ गांव में पहुंचे तो गांव की महिलाओं और ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया। जिसके बाद उन्होंने कनिष्ठ अभियंता को गांव के एक घर में बंधक बना लिया। जिसकी सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग की ओर से ग्रामीणों से वार्ता के लिये सहायक अभियंता को मौके पर भेज दिया गया है। ग्राम प्रधान पूनम रावत और सुनील चमोली का कहना है कि लम्बे समय से विभाग की ओर से नहर सुधारीकरण को लेकर आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन कार्रवाई न होने के चलते ग्रामीण आक्रोशित हैं। उन्होंने नहर का सुधारीकरण न होने तक विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है। इस मौके पर ममंद अध्यक्ष जशोदा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य धीरेंद्र चैधरी, पूर्व प्रधान प्रकाश रावत, प्रदीप लखेड़ा, अनूप नेगी, आशा, देवी शांता देवी आदि मौजूद थे।
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