देहरादून
सियासत: चैम्पियन की वापसी पर गरजी कांग्रेस, रमोला के साथ मिलकर भाजपा का पुतला फूंका
देहरादून। सत्ता की हनक औऱ देव भूमि को गाली देने वाले प्रणव चैम्पियन की भाजपा में वापसी के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है, जिसको लेकर विपक्ष भाजपा के विरोध में उतर गई है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य औऱ ऋषिकेश के सक्रिय कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भाजपा का पुतला फूंका।
रमोला ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश मातृ शक्ति युवा और बुजुर्गों के बलिदान और संघर्ष से बना है और सत्ता सीन विधायक जो यंहा के लोगों को अभद्र गालियॉं देता है उसको भाजपा नेतृत्व अपनी पार्टी में शामिल करने का काम करती है,
जो कि बेहद शर्मनाक है इससे भाजपा की नीयत का पता चलता कि वह प्रदेश व प्रदेश में रह रहे लोगों प्रति कितनी संवेदनशील है। असभ्य भाषा वाले व्यक्ति को भाजपा में शामिल कर इन्होंने यहॉं की जनता से छल किया है जिसका जवाब जनता २०२२ के चुनाव में देगी ।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा कि भाजपा की दोहरी नीति करनी और कथनी में अंतर है, उत्तराखंड और उत्तराखण्डियों को जो गाली देने वाले लोग हैं 6 साल के लिए निष्कासित प्रणव चैंपियन को 13 महीने में सत्ता को हासिल करने के लिए उन्होंने भाजपा में शामिल कर लिया ,इसका कांग्रेस घोर विरोध करती है ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी ने कहा उत्तराखंड शहीदों की पावन धरती है ,और कई संघर्षों के बाद उत्तराखंड राज्य लिया , और उत्तराखंड राज्य के लोगों ने इनको भरपूर प्यार दिया विधायक बनाया उसके बावजूद इन्होंने उत्तराखंड और उत्तराखंड वासियों को असभ्य गालियां दी, इसके लिए हम लगातार इनका विरोध करते रहेंगे ।
कांग्रेस बेघर प्रकोष्ठ के संयोजक विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि भाजपा प्रदेश का शोषण कर रही है ,और भाजपा बलात्कारी पार्टी बन गई है ,प्रदेश को गाली देने वाले असभ्य शब्द बोलने वाले को कभी माफ नहीं किया जाएगा ।
पूर्व जिला महामंत्री राजेन्द्र गैरोला ने कहा कि 42 सहादतो के बाद और संघर्ष के बाद राज्य को लिया ,और विधायक प्रणव चैंपियन ने जिस प्रकार से उत्तराखंड में उत्तराखंडयों को गाली दी ,यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा , और भाजपा सरकार का हम लगातार विरोध करते रहेंगे और साथ में प्रणव चैंपियन का मुंह काला करने का भी काम करेंगे ।
विरोधकरने वाले मनोज गुसाँई,विवेक तिवारी (पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एनएसयूआई ),क्षेत्र पंचायत सदस्य आशीष रांगड, धर्मेन्द्र कुमार,रामपाल भगत,अमन भंडारी,शिवेक बलूनी,अजय धीमान , दीपक भंडारी, बिनोद पोखरियाल, देवेंद्र बेलवाल, अर्जुन रागंड,रमेश रांगड,बिजेंदर, अजय रावत, नागेंद्र सिंह, बिनोद गैरोला,आदि शामिल थे।
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