देहरादून
सलाम: उत्तराखंड का सपूत शहीद होकर भी निभा गया आज घर आने का वादा, तिरंगे में लिपटा देख हर आंख नम…
देहरादून: उत्तराखंड के वीर पुत्र शहीद जगेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर आज (शुक्रवार) देहरादून पहुंच गया। जगेंद्र आज छुट्टी लेकर घर आने वाले थे लेकिन अब वह तिरंगे में लिपटकर आए हैं। मरते मरते भी वह अपना वादा निभा गए। जवान का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान के आवास पर पहुंचकर उनके स्वजन को हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर वार्ता कर शहीद के स्वजन को मदद देने की बात कही।
आपको बता दें कि जगेंद्र सिंह चौहान 2007 से देहरादून से सटे कान्हरवाला भानियावाला में निवास कर रहे थे। हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान आज 25 फरवरी को ही छुट्टी लेकर घर आने वाले थे। लेकिन इससे पूर्व ही ड्यूटी के दौरान हादसे में उनका निधन हो गया। उसके बाद मौसम खराबी के चलते बुधवार को उनका पार्थिव शरीर नहीं पहुंच सका। कल देर शाम उनका पार्थिव शरीर रुड़की एमएच पहुंचा। आज सुबह 25 फरवरी को ही उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा। इसके पश्चात हरिद्वार गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान पुत्र सेवानिवृत सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह चौहान निवासी ग्राम कान्हरवाला भानियावाला डोईवाला देहरादून देश रक्षा करते हुए शहीद हो गए है। जगेंद्र सिंह चौहान 325 लाइट ए डी बटालियन में कार्यरत थे उनकी उम्र 35 वर्ष थी। इन दिनों सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। वह विवाहित थे। उनकी पत्नी का नाम किरण चौहान है इनके कोई संतान नहीं है। पति की शहादत पत्नि और मां बेसुध हो गई है। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ है। लोग संवेदनाएं व्यक्त करने और जवान को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद के आवास पर पहुंच रहे हैं।

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