देहरादून
आस्थाः भोले बाबा के जयकारों के साथ शुरू हुई कैलाश यात्रा, इस बार ये होगा खास…
देहरादूनः उत्तराखंड में आज से आदि कैलाश यात्रा का शुभारंभ हो गया है। कोविड काल के दो वर्षों बाद आज एक बार फिर आदि कैलाश यात्रा शुरू होने से यात्रियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। इस वर्ष ये यात्रा पहली बार वाहनों से हो रही है। जबकि इससे पहले इस यात्रा में कई दिनों तक पैदल चलना पड़ता था। इस यात्रा में 15 पुरुष और 15 महिला यात्री शामिल हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा में 1600 यात्री पहुंच सकते है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कुमाऊं मंडल के कर्मचारियों ने इस मौके पर वृक्षारोपण भी किया। इस बार यह यात्रा निजी संस्था ‘ट्रिप टू टेंपल’ और के.एम.वी.एन. के सहयोग से चलाई जा रही है। काठगोदाम से शुरू इस यात्रा में भीमताल, अल्मोड़ा, जागेश्वर, पिथौरागढ़, धारचूला, गूंजी होते हुए आदि कैलाश और वापस गूंजी से ओम पर्वत के बाद धारचूला के रास्ते काठगोदाम पहुंचकर यात्रा सम्पन्न होती हैं ।
यात्रा में शामिल 30 लोगों का स्वागत भीमताल टी.आर.सी.में कुमाऊनी परिधान में महिला ने तिलक लगाकर किया। इस वर्ष ये यात्रा पहली बार वाहनों से होगी, जबकि इससे पहले इस यात्रा में कई दिनों तक पैदल चलना पड़ता था। इस यात्रा में 15 पुरुष और 15 महिला यात्री शामिल हैं। लगभग 7 दिन की इस यात्रा को पहले 14 दिनों में पूरा किया जाता था।
आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन करने में उत्तराखंड सरकार और के.एम.वी.एन.का बड़ा योगदान रहता है। इसके अलावा के.एम.वी.एन.देश के भीतर आदि कैलाश यात्रा का आयोजन भी करती है जो कैलाश मानसरोवर यात्रा की तर्ज पर संचालित की जाती है।
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