देहरादून
राजनीति: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का डॉ हरक पर पलटवार, आत्मअवलोकन करने की दी नसीहत
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने वन एवं श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि, भारतीय संस्कृति में बरगद को पवित्र माना जाता है। उसे काटते नहीं, बल्कि उसे छांटते- संवारते हुए नया बरगद बनाया जाता है।
बीते रोज ही हरक ने हरीश रावत को ऐसा बरगद बताया था, जो अपने नीचे किसी को भी पनपने नहीं देता। इसके बाद ही मसूरी रोड स्थित आवास में मीडिया से बातचीत में हरीश ने कहा कि हरक ने वर्ष 2016 में इस बरगद पर कुल्हाड़ी चलाई थी।
आज उसी की सजा भी भुगत रहे हैं। उनकी स्थिति किसी से छिपी नहीं है। उनके उस कृत्य की सजा उनकी विधानसभा कोटद्वार भी भुगत रही है। बकौल हरीश, मेरे सीएम कार्यकाल में कोटद्वार में कई विकास कार्यों की बुनियाद रखी गई थी।
अब वो सब ठप है। हरक के गांव में कृषि स्कूल बनाया जाना था, वो भी साकार न हो पाया। हरक हमारे छोटे भाई हैं, पर उन्हें आत्मावलोकन भी करना होगा। और आज वो आत्मावलोकन की स्थिति में पहुंच भी चुके है।
कर्मकार बोर्ड के दोषियों को मिले सजा: हरीश ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल से होने के नाते वो हमारे पड़ोसी हैं। काफी बड़े पद पर भी हैं, यह हर्ष की बात है।
उन्हें उत्तराखंड और हिमाचल की बेरोजगारी समेत विभिन्न बुनियादी समस्याओं को हल करने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को कर्मकार कल्याण बोर्ड के दोषियों को बचाने की कोशिश करने की बजाय सजा दिलानी चाहिए।
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