देहरादून
सावधान: ये वो नगर निगम है, जंहा रेड़ी वाले गलती करें तो सरेआम निगम तोहफे में लात घूंसे देता है, जानिए किस शहर का है ये जिम्मेदार महकमा
ऋषिकेश। सावधान नगर निगम ऋषिकेश एक्शन मोड में है, विशेष तौर पर तो वो निम्न तबका सावधान हो जाये जो रेड़ी, ठेली लगाकर दिनभर मजदूरी कर अपना घर किसी तरह चलता है। क्योंकि थोड़ी सी गलती हुई या निगम के नियमों का उलंघन किया तो तोहफे में लात घूंसे अकेले में नही सरेआम मिलेंगे।
वाह रे नगर निगम ऋषिकेश दंड देने की क्या इबारत लिख डाली। दरअसल ये कोई काल्पनिक कहानी नही हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो की हकीकत है।
हालांकि हम इस वीडियो और इस पूरे वाकिये की पुष्टि नहीं करते, लेकिन कांग्रेस के कोतवाली पहुंचना और वंहा इस पूरे प्रकरण पर नाराजगी व्यक्त कर मामले में करवाई की मांग करना इस पूरे झोल की पुष्टि करने के लिए काफी है।
अब जानिए मामला क्या है। इन दिनों नगर निगम ऋषिकेश नगर आयुक्त और उनकी टीम के द्वारा एक रेहड़ी चालक की पिटाई का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। मामला ये बताया जा रहा है कि फल विक्रेता ने कानून का उल्लंघन किया तो उससे नगर निगम के लोग मारपीट करने लगे,जो की अंसवैधानिक है।
हालांकि, जब मामला सोशल मीडिया पर छाया तो प्रदेश के विपक्ष ने इसका संज्ञान लेते हुए ऋषिकेश थाने में तहरीर दी जिसमे कहा गया कि वीडियो में दिख रहे आरोपियों के खिलाफ पुलिस तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करे।
ये तो सभी को पता है कि नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में ये है कि अवैध तरीके से सड़क के किनारे हुए कब्जे को हटाए जाने पर करवाई करे, लेकिन ये अधिकार नहीं है कि वो अभियुक्त के साथ मारपीट करे।
अब ऋषिकेश क्षेत्र में सरेआम बुजुर्ग फल विक्रेता के साथ मारपीट के वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता ने आरोपियों के खिलाफ हुंकार भर दी है। उन्होंने नगर निगम के नगर आयुक्त और अन्य कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
कोतवाली में पुलिस को शिकायत देते हुए मामले की जांच कर मारपीट में संलिप्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। यह भी चेताया है कि कार्रवाई नहीं होने पर कार्यकर्ता निगम कर्मचारियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। अब देखने वाली बात यह है कि मामले में कितनी गंभीरता से करवाई होती है। लेकिन
वायरल हो रहे वीडियो में निगम के अधिकारी और कर्मचारियों की गुंडागर्दी साफ देखी जा सकती है। वीडियो में देखने को मिल रहा है कि किस तरह से निगम कर्मचारी और पीआरडी के जवान सहित अधिकारी भी व्यक्ति पर जमकर लात-घूसे चला रहे हैं
सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि किसी भी व्यक्ति को इस तरह से पीटने की आजादी निगम की टीम को किसने दी, कंही यह सब वर्तमान सत्ता की हनक तो नहीं, क्योंकि विपक्ष कांग्रेस ने इस मामले पर जोर पकड़ लिया है।
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