उत्तराखंड
Good News: देहरादून में प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर के लिए कवायद तेज, ड्रोन से कराया जा रहा सर्वे, जानें डिटेल्स…
उत्तराखंड में मेट्रो योजना को लेकर बड़ा अपडेट आ रहा है। बताया जा रहा है कि धामी सरकार ने एक बार फिर इस योजना को लेकर कवायद शुरू कर दी है। योजना पर काम किया जा रहा है। देहरादून में आगामी मेट्रो रेल परियोजना के लिए सर्वेक्षण शुरू हो गया है। यह सर्वे हरिद्वार और ऋषिकेश तक विस्तारित होगा। एक बार प्रोजेक्ट पूरा हो जाने पर, यह उत्तराखंड के तीन प्रमुख शहरों के बीच इंटर-सिटी कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी। आइए जानते है डिटेल्स
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार देहरादून में मेट्रो रेल के प्रस्ताव को फरवरी 2022 में राज्य कैबिनेट ने मंजूरी दे दी थी और तब से केंद्र सरकार के स्तर पर डिस्कशन का इंतजार किया जा रहा था।लंबे इंतजार के बाद अब उत्तराखंड को मेट्रो रेल से जोड़ने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। मेट्रो रेल की तरफ से ऐरोस्पेस कंपनी आईजी ड्रोन ने इसका पीआरटी कॉरिडोर बनाने के लिए ड्रोन सर्वे शुरू कर दिया। कंपनी दो महीने में विभाग को सर्वे रिपोर्ट देने के बाद डीपीआर बनाने में भी तकनीकी मदद करेगी। पहले चरण में, ड्रोन टेक्नोलॉजी और एनालिटिक्स कंपनी आईजी ड्रोन को देहरादून शहर के भीतर प्रस्तावित पर्सनलाइज्ड रैपिड ट्रांजिट कॉरिडोर ( पीआरटी) के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए स्थलाकृतिक सर्वेक्षण करने का ठेका दिया गया है।
बताया जा रहा है कि देहरादून में गांधी पार्क से आईटी पार्क, पंडितवाड़ी से रेलवे स्टेशन, क्लेमेंट टाउन से बल्लीवाला तक तीन पीआरटी (पर्सनलाइज्ड रैपिड ट्रांजिट) कॉरिडोर निर्माण के टोपोग्राफिकल सर्वे के टेंडर निकाले थे। यह टेंडर गुरुग्राम की ऐरोस्पेस कंपनी आईजी ड्रोन को मिला। कंपनी ने सर्वे के लिए स्काईहॉक नामक ड्रोन इस्तेमाल किया है। कंपनी अधिकारी बीएस संघप्रिय ने दावा किया कि अभी स्काईहॉक देश का सबसे उन्नत और आधुनिक तकनीकी क्षमता वाला ड्रोन है। इससे गलती की संभावना 0.001 फीसदी भी नहीं है।
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