हरिद्वार
सुपर एक्सलूसिव: 65 मरीजों की मौत का 19 दिन बाद हुआ खुलासा, नोटिस जारी, जांच के आदेश…
हरिद्वार: प्रदेश में कोरोना संक्रमित रोगियों का आंकड़ा दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। इस महामारी से प्रदेश के मैदानी क्षेत्र सहित पर्वतीय क्षेत्र भी संक्रमण से अछूता नहीं रहे। शासन प्रशासन आपने खोखले दावे तो कर रहा है लेकिन प्रदेश के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
कोरोना महामारी के साथ डेंगू के लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट रहने को कहा है और वहीं देहरादून में ब्लैक फंगस इन्फेक्शन के कुछ मरीज मिलने से प्रशासन खासी चिंतित व परेशान है। कोरोना महामारी के दौर में जहां रोजाना देश में हजारों मौतें हो रही है। उत्तराखंड में भी मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तराखंड सभी 9 पर्वतीय राज्यों में मौत के आंकड़ों में और संक्रमण के मामलों में शीर्ष स्थान पर मौजूद है तो वहीं राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण के मामले में सातवें पायदान पर है। वहीं उत्तराखंड में मौत को लेकर जारी किए जा रहे आंकड़ों पर संदेह भी व्यक्त किया जा रहा है।
👉 यह भी पढें- दस्तक: सावधान उत्तराखंड में ब्लैक फंगस की घुसपैठ, तीन संक्रमित मिले, सतर्क रहें…
हरिद्वार से एक मामला प्रकाश में आया है कि बाबा बर्फानी अस्पताल प्रशासन ने कोरोना से हुई 65 मरीजों की मौत का मामला ही छुपा दिया। इस अस्पताल में हुई कोरोना संक्रमितों की मौतों का खुलासा लगभग 19 दिन बाद हुआ तो स्वास्थ्य विभाग हैरान रह गया। प्रशासन ने बाबा बर्फानी अस्पताल की कार्यप्रणाली को लेकर जांच बैठा दी है। आरोप है कि बाबा बर्फानी अस्पताल में 25 अप्रैल से 12 मई तक उपचार के दौरान 65 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से इसकी सूचना राज्य कोविड कंट्रोल रूम को नहीं दी गई। राज्य कोविड कंट्रोल रूम के चीफ आपरेटिंग आफिसर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना मरीजों की मौत की सूचना समय पर न देने के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। जांच के बाद मरीजों की मौत की जानकारी सामने आई।
कोविड चीफ ऑफिसर अभिषेक त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ हरिद्वार और बाबा बर्फानी अस्पताल के सीएमएस को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। हरिद्वार स्थित बाबा बर्फानी हॉस्पिटल प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी है। सरकार की ओर से पूर्व में भी कोरोना का इलाज कर रहे अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि कोरोना मरीजों की मौत की सूचना 24 घंटे के भीतर राज्य कोविड कंट्रोल रूम को दें। अब माना जा रहा है कि कोरोना से हो रही मौतों के जो आंकड़े प्रस्तुत हो रहे हैं, संदेहजनक है कि मौतों की संख्या उससे कही अधिक हो सकती है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें