हरिद्वार
करवाई: देश की फेमस कंपनी पर मुकदमा, कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी काम करवाती रही कंपनी, करवाई तेज
हरिद्वार। देश की फेमस हिन्दुस्तान यूनिलीवर कंपनी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। कंपनी में कोरोना के मरीज मिलने के बावजूद कर्मचारियों से काम कराने के आरोप में पुलिस कंपनी के प्रबंधन और अन्य स्टाफ के खिलाफ करवाई अमल में ले आई है।
आरोप ये है कि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी कंपनी प्रबंधन अन्य लोगों से काम करवाती रही।हरिद्वार सिडकुल की इस कंपनी में बीते कुछ दिनों में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर आरोप है कि 3 जुलाई को कंपनी में पहला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव केस आया, जबकि 7 जुलाई को कंपनी का एक और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। ये वो कर्मचारी हैं जो अवकाश से वापस आए थे।
आरोप है कि दोनों कर्मचारियों के वापस आने के बाद कंपनी प्रबंधन द्वारा इनकी ट्रेवल हिस्ट्री का सत्यापन नहीं किया गया और ना ही इनको क्वारन्टीन किया गया। आरोप है कि इनके संपर्क में आए अन्य कर्मचारियों से कंपनी ने काम लिया। जिस कारण 19 जुलाई तक कंपनी में 220 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
आरोप है कि कंपनी प्रबंधन की लापरवाही ने लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया। पुलिस दरोगा राजेश कुमार की ओर से हिन्दुस्तान यूनिलीवर कंपनी के खिलाफ धारा 269, 270, 271, 336, 188 और 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि मुकदमे की जांच सिडकुल एसओ एलसी बुटोला को सौंपी गई है।
हरिद्वार, हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में #हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में #कोराना का संक्रमण बेकाबू हो गया है। रविवार को कंपनी के 224 कर्मचारी कोरोना पॉजीटिव पाए गए।
अब कंपनी के संक्रमित कर्मचारियों की संख्या 288 हो गई है। प्रशासन के संक्रमित कर्मचारियों के घर के आसपास के इलाके को सील करना शुरु कर दिया है। सिडकुल की इस नामी कंपनी के निकट ही एक बड़ी एसीपी पैनल (#ACP – Penals) की कंपनी भी है।
रविवार को कंपनी के 224 कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें 210 रैपिड और 14 आरटीपी सीआर जांच रिपोर्ट हैं। सभी संक्रमित कर्मचारियों को अधिकृत कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है।
वहीं मामले में सर्तकता बरतते हुए प्रशासन ने बिना देर किए संक्रमितों के घर के आसपास क्षेत्र को कंटेंनमेंट जोन बना दिया हैं। कंपनी और उसकी वेंडर कंपनियों के 2300 कर्मचारियों की सैंपलिंग की प्रकिया पूरी कर ली गई है।
वहीं अभी 100 कर्मचारियों की जांच होनी बाकी है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के साथ संक्रमित कर्मचारियों की संपर्क में आए लोगों का चिन्हीकरण शुरु किया जाएगा। संर्पक में आए सभी लोगों की जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे।
जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि रविवार को कंपनी के 224 कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं। कोविड संक्रमित कर्मचारियों की संख्या अब 288 हो गई है
हिन्दुस्तान यूनिलीवर कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज – कंपनी में कोरोना के मरीज मिलने के बावजूद कर्मचारियों से काम कराने के आरोप में पुलिस ने कंपनी के प्रबंधन और अन्य स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों से कंपनी प्रबंधन ने काम कराया था।
सिडकुल की इस कंपनी में बीते कुछ दिनों में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। आरोप है कि 3 जुलाई को कंपनी में पहला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव केस आया था, जबकि 7 जुलाई को कंपनी का एक और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
ये वो कर्मचारी हैं जो अवकाश से वापस आए थे। आरोप है कि दोनों कर्मचारियों के वापस आने के बाद कंपनी प्रबंधन द्वारा इनकी ट्रेवल हिस्ट्री का सत्यापन नहीं किया गया और ना ही इनको क्वारंटाइन किया गया।
आरोप है कि इनके संपर्क में आए अन्य कर्मचारियों से कंपनी ने काम लिया। जिस कारण 19 जुलाई तक कंपनी में 220 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। आरोप है कि कंपनी प्रबंधन की लापरवाही ने लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया।
पुलिस की ओर से दरोगा राजेश कुमार की ओर से हिन्दुस्तान यूनिलीवर कंपनी के खिलाफ धारा 269, 270, 271, 336, 188 और 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि मुकदमे की जांच सिडकुल एसओ एलसी बुटोला को सौंपी गई है।
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