उत्तराखंड
विडम्बना: 17 घण्टे तक हसीन वादियों में भटक गए सैलानी, क्या ये है पर्यटन विभाग की व्यवस्था
टिहरी। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नागटिब्बा घूमने पहुंचे पर्यटकों का दल रास्ता भटक गया, जिससे वह रातभर परेशान रहे। पर्यटकों के भटकने की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन व वन विभाग हरकत में आया। वन विभाग की टीम पर्यटकों को ढूंढने नागटिब्बा के जंगल में पहुंची और रातभर खोजबीन के बाद मंगलवार को पर्यटक 17 घंटे बाद नागटिब्बा से दस किलोमीटर दूर थत्यूड़ के औतड़ गांव के पास जंगल में मिले, जिन्हें नैनबाग लाया गया है।
देहरादून के राजपुर से चार पर्यटक 15 नवंबर को वन प्रभाग मसूरी रेंज के तहत प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नागटिब्बा के भ्रमण पर आए थे। यह स्थल दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां पर पर्यटक तंबू लगाकर रह रहे थे। 16 नवंबर को बारिश शुरू हो गई। बर्फबारी की आशंका को देखते हुए पर्यटक शाम छह बजे यहां से वापस जाने के लिए निकले लेकिन वे रास्ता भटक गए और कड़ाके की सर्दी में इधर-उधर भटकते रहे। इस दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्र में बर्फबारी होने से उन्हें रास्ते का पता नहीं चला और पंतवाड़ी आने के बजाय वे दूसरी तरफ निकल पड़े। टीम लीडर विशाल थापा ने इसकी सूचना मसूरी के डीएफओ कहकशा नसीम को दी, जिस पर डीएफओ ने बद्री रेंज अधिकारी मेधावी कीर्ति को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद स्थानीय प्रशासन व कंट्रोल रूम नई टिहरी को भी इसकी सूचना पहुंचाई गई, जिस पर बीती शाम ही वन विभाग की बदरी रेंज की टीम पर्यटकों को ढूंढने निकली। रातभर विभाग की टीम खोजबीन में जुटी रही और मंगलवार थत्यूड़ के औतड़ गांव के पास वे जंगल में मिले, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने भी राहत की सांस ली। विशाल थापा ने बताया कि वह चार साथी विशाल थापा, सत्यव्रत, शुबोजी और राहुल नागटिब्बा आए थे और 16 को वापसी के दौरान बारिश व बर्फबारी के चलते रास्ता भटक गए थे और जंगल में पहुंच गए। रात में वह टेंट लगाकर रहे और फोन पर वन विभाग की टीम को जानकारी देते रहे।
इसके बाद टीम ने उन्हें ओताड़ गांव के पास गदेरे से खोज निकाला। बद्री रेंज अधिकारी मेधावी कीर्ति ने बताया कि सोमवार को पर्यटकों के रास्ता भटकने की सूचना मिली थी। मंगलवार सुबह 11 बजे नागटिब्बा से 10 किमी दूर थत्यूड़ के औताड़ गांव के पास गदेरे में चारों को ढूंढ लिया।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 उत्तराखंड टुडे के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 उत्तराखंड टुडे के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
हर्षिल घाटी का झाला गाँव – स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सुधार का नया मॉडल”
धामी ने क्रिएटर्स को दिया संदेश – “सकारात्मक कंटेंट से बदलेगा प्रदेश का भविष्य”
राहत: DG सूचना की पहल से 15 दिवंगत पत्रकार परिवारों को मिली बड़ी राहत…
सचिवालय में बड़े पैमाने पर कर्मियो की जिम्मेदारी बदली
आदि गौरव महोत्सव जनजातीय समाज की गौरवशाली परंपराओं का उत्सव: मुख्यमंत्री
















Subscribe Our channel
