उत्तराखंड
देवदूत बनी ITBP, जिंदगी-मौत के बीच टूटे ग्लेशियर की चपेट में आए जवान का ऐसे किया रेस्क्यू…
पिथौरागढ़: जाको राखै साईयां मार सके न कोई। ये कहावत आपने सुनी तो होगी लेकिन इस खबर को पढ़कर आपको यकीन भी हो जाएगा। टूटते ग्लेशियर की चपेट में आए एक शख्स के लिए देवदूत बन कर आई आईटीबीपी। ग्लेशियर की चपेट में आने से शख्स वहीं फंस गया और दो घंटे तक जिंदगी-मौत के बीच लटका रहा। ऐसे में उसकी जान भी जा सकती थी। लेकिन कहते है न जिसकी जिंदगी लिखी हो वो मर नहीं सकता। यहीं हुआ जवान की जान बचाने सेना के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डाल दी और युवक को सकुशल रेस्क्यू कर लिया।
बता दें कि पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के मिलम तहसील क्षेत्र में अचानक एक ग्लेशियर टूट गया। जिस वक्त ये हादसा हुआ उस समय बड़ा क्षेत्रीय खाद्य निरीक्षक मोहित कुमार खाद्य दुकानों का निरीक्षण कर घर वापस लौट रहे थे। तभी उनके ऊपर ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर आ गया, जिसमें मोहित फंस गए। हादसे में उनकी जान भी जा सकती थी। जिसके बाद मोहित ने जान बचाने के लिए हो-हल्ला मचाया. तभी पास के ही आईटीबीपी कैंप के जवानों तक मोहित की आवाज पहुंची।
आईटीबीपी के जवानों ने पिथौरागढ़ जिले के खाद्य निरीक्षक मोहित कुमार के लिए देवदूत साबित हुए। आईटीबीपी के जवानों ने बर्फ काटने के उपकरण की मदद से बर्फ काटकर खाद्य निरीक्षक को सकुशल बाहर निकाला। इस रेस्क्यू में करीब दो घंटे लगे।
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